नई दिल्ली (एजेंसी). ईरान (Iran) के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति (US President) डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अपनी शक्तियों का पूरा इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। दरअसल, अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ने गुरुवार (स्थानीय समयानुसार) को एक युद्ध शक्तियों के संबंधित प्रस्ताव को पारित कर दिया जो बिना कांग्रेस की अनुमति के ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने की ट्रंप की क्षमताओं को सीमित करता है।
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सदन में यह प्रस्ताव 224-194 मतों से पारित हुआ। इसे कांग्रेस की एलिजा स्लॉटकिन ने पेश किया। इससे पहले स्लॉटकिन ने शिया मिलिशिया में विशेष सीआईए विश्लेषक के रूप में काम किया है। साथ ही वह अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के लिए कार्यकारी सुरक्षा सहायक सचिव भी रही हैं। ईरान द्वारा इराक में अमेरिकी सेना के दो बेस पर मिसाइल हमले के एक दिन बाद यह प्रस्ताव लाया गया। ईरान ने यह हमला अपने जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के जवाब में किया था। सुलेमानी को पेंटागन के आदेश पर बगदाद अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास एक एयर स्ट्राइक में मार दिया गया था।
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इससे पहले सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने एक ट्वीट कर सुलेमानी की हत्या के लिए की गई एयर स्ट्राइक को उत्तेजक और असंगत करार दिया था। उन्होंने कहा कि स्ट्राइक करने का यह फैसला कांग्रेस से विमर्श लिए बिना किया गया, जिससे अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है।
दुनिया एक और जंग नहीं झेल सकती : यूएन प्रमुख
जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अमेरिका और ईरान में बढ़ते तनाव को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुटेरस ने कहा, दुनिया एक और युद्ध नहीं झेल सकती है। उन्होंने कहा, वह तनाव को कम करने और जंग को रोकने के लिए संबंधित देशों से अपनी बातचीत जारी रखेंगे।
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गुटेरस ने पूरे खाड़ी क्षेत्र में तनाव बढ़ने के बाद सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने वैश्विक नेताओं को अपना चार सूत्री संदेश दोहराते हुए कहा, तनाव खत्म करें। अधिक से अधिक संयम बरतें। बातचीत फिर शुरू करें और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को नए सिरे से बढ़ाएं।
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