नाग पंचमी 2024 : सिद्ध, अमृत और रवि योग में होगा नाग देवता का पूजन
ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे
रायपुर (अविरल समाचार). नाग पंचमी 2024 (Nag Panchmi 2024) : श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी (Nag Panchmi) मनाई जाती है| नागपंचमी के अवसर पर चन्द्र प्रधान हस्त नक्षत्र है और त्रि योग अर्थात सिद्ध, अमृत तथा रवि योग है| चन्द्र मन का प्रतिनिधित्व करता है, अर्थात आज नाग देवता की पूजा करने से शिवजी की कृपा से सारे भावनात्मक कष्ट दूर होंगे| प्रात:कालीन गोचर में परिवार के स्थान पर चंद्र का केतु युक्त होना इस बात के भी स्पष्ट संकेत देता है कि पारिवारिक अशांति और कष्टों से गुजर रहें लोगों कों भी नागपंचमी की पूजा से राहत मिलेगी|
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नाग पंचमी (Nag Panchmi) पर होगी काल सर्प दोष के शांति
काल सर्प के दोष की शान्ति के लिए निर्दिष्ट स्थानों पर पूजन करवाना आवश्यक होता है, लेकिन वे लोग जो किसी कारण से शान्ति नहीं करवा पा रहें उन्हे तात्कालिक समाधान के लिए ये उपाय करना चाहिए;
- प्रात: काल स्नान इत्यादि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करे । शिव मन्दिर मे जा कर शिव लिंग के साथ विराजे सर्पका जल व दूध से अभिषेक करे । अक्षत,पुष्प इत्यादि अर्पित करने के पश्चात शिव लिंग का दूध से अभिषेक करे और “शिव भुजंग प्रयात स्त्रोत्र” का पाठ करे या इस मंत्र का 108 बार जप करे : “ऊँ कुरुकुल्ये हुं फट् स्वाहा” l नाग देव को भोग इत्यादि अर्पित कर के प्रसाद का वितरण करे ।
घर की रसोई मे कढाई का उपयोग न करे । सब्जी इत्यादि मे छौंक न लगाये अर्थात केवल उबाले हुए ठंडे भोजन का सेवन करे ।
- आटे से 21 नाग की आकृति बनायें और उन आकृतियों का धूप, दीप, हल्दी कुंकुम से पूजन कर कपूर से आरती करें। जीवन में आ रही बाधाओं से मुक्ति के लिये प्रार्थना करें और सभी सर्पों को जल में प्रवाहित कर दें।
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नाग पंचमी 2024 (Nag Panchmi 2024) पर तीन अचूक उपाय
- विधार्थियों के लिए: वे विध्यार्थी जिन्हे एकाग्रता को लेकर समस्याएं हैं या वे विध्यार्थी जिन्हे परिश्रम का यथोचित परिणाम नही मिल पा रहा है और अध्ययन समाप्ति के पश्चात रोजगार मिलने में भी दिक्कतें आ रहीं हैं वे यदि नाग पंचमी (Nag Panchmi) के दिन शिवालय में सर्प पर ‘सर्पेभ्यो देवेभ्यो नम:’ या ‘सम सर्पाय नम:’ मंत्र का उच्चारण करते हुए जल चढा कर शिव जी पर भी जल चढा दें।
- पारिवारिक सामंजस्य के लिए:यदि आप पारीवारिक सामंजस्य और शांति के अभाव से जूझ रहे हैं तो पारीवारिकशांति और प्रगति के लिये एक श्वेत कागज पर कोई भी इत्र लगा दें। लाल चन्दन से सर्प की 21 आकृतियां बनायें और ‘ह्रीं नागेश्वरय नम:’ मंत्र का 21 बार उच्चारण करते हुए उस कागज पर चावल और काला तिल अर्पित करें। चावल और तिल सहित उस कागज़ को नदी में बहा दें।
- पारिवारिक उन्नति के लिए: घर के द्वार पर दोनो ओर गाय के गोबर का एक एक सर्प बना कर रखे तथा दोनो सर्पो का अक्षत,चन्दन,कुंकुम से पूजन करे और पुष्प अर्पित कर गृह द्वार की आरती करे । दूसरे दिन विसर्जन कर दें|
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नाग पंचमी 2024 (Nag Panchmi 2024) पर पितृ दोष से मिलेगी मुक्ति
शास्त्रों में उल्लेख है कि भयंकर पितृ दोष और जीवन के कष्टों के निवारण हेतु नाग पंचमी के दिन की गई आराधना लाभदायक होती है। संतानहीनता, कुष्ट रोग, सफेद दाग, दमा और अन्य कई व्याधियों का समाधान इस दिन की जाने वाली पूजा में छुपा है। कर्ज मुक्ति और वैवाहिक जीवन से सम्बन्धित समस्याएं भी इस दिन की जाने वाली विशेष पूजा से शांत होती हैं। नाग पंचमी के दिन प्रात:काल अपने माता पिता को प्रणाम कर अपने पूर्वजों का नाम स्मरण करने के पश्चात ताम्बे के नौ नागों का जल,दूध से अभिषेक कर के काली तिल और चावल अर्पित करते हुए इस मंत्र का उच्चारण करें:
‘अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलम्।
शंखपालं धृतराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा।’
ताम्बे के नौ नागों को किसी शिवालय में अर्पित कर दें। शिवजी का जल या दूध से अभिषेक करें और सायंकाल उपरोक्त मंत्र का पुन: 108 बार उच्चारण करें। समस्या का समाधान अवश्य होगा।
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