नई दिल्ली (एजेंसी)। ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के उस फैसले को असंवैधानिक करार दिया है, जिसमें उन्होंने संसद को भंग कर दिया था। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। हाल ही में में प्रधानमंत्री जॉनसन ने ब्रेग्जिट वोट में हार के बाद ब्रिटिश संसद को भंग कर दिया था।
बीते 10 सितंबर को ब्रिटिश संसद के निचले सदन (हाउस ऑफ कॉमन्स) ने समय से पहले आम चुनाव कराने की प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की मांग को फिर खारिज कर दी थी। दूसरी बार कराए गए मतदान में भी प्रस्ताव के पक्ष में कम वोट पड़े, और यह खारिज हो गया था।
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, जॉनसन को राष्ट्रव्यापी चुनाव कराने के लिए दो-तिहाई बहुमत की दरकार थी लेकिन उनके प्रस्ताव के पक्ष में 434 सांसदों में से 293 ने वोट किया, जिससे प्रस्ताव अधर में लटक गया। मतदान के बाद संसद को आधिकारिक रूप से निलंबित कर दिया गया। सत्र 14 अक्टूबर को फिर शुरू होगा।
संसद के निलंबन का मतलब है, सांसदों को जल्द चुनाव के लिए मतदान करने का एक और मौका नहीं मिलेगा। यानी नवंबर में जल्द से जल्द चुनाव कराना संभव नहीं होगा। विपक्षी सांसदों ने कहा था कि वे जॉनसन के जल्द चुनाव कराने की मांग का समर्थन नहीं करेंगे, क्योंकि ‘नो-डील ब्रेक्सिट’ को रोकने यानी बिना किसी समझौते के ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर होने से रोकने वाले कानून को पहले लागू किया जाना चाहिए।