लंदन (एजेंसी)प्रधानमंत्री टेरीजा मे की सरकार ने बुधवार को ब्रिटिश संसद में 19 वोट ज्यादा हासिल करते हुए विश्वास मत साबित कर दिया, जिससे उनके लिए ब्रेग्जिट समझौते पर सांसदों के बीच आम सहमति बनाने का रास्ता साफ हो गया है। ब्रेग्जिट समझौते पर हुए मतदान में मंगलवार को बुरी तरह हारने के महज 24 घंटे के अंदर पेश हुए विश्वास मत प्रस्ताव पर 325 सांसदों ने मे की सरकार को समर्थन दिया, जबकि 306 वोट उनके विरोध में रहे। इससे ब्रिटेन के यूरोपियन संघ से बाहर होने का रास्ता अब भी खुला हुआ है। ब्रेग्जिट के लिए कानूनन तय की गई 29 मार्च की तारीख की तरफ बढ़ती घड़ी की टिक-टिक के बीच ब्रिटेन आधी सदी के सबसे गहन संकट में फंस गया है, क्योंकि 1973 में यूरोपियन संघ का हिस्सा बने ब्रिटेन को बाहर निकलने के लिए कई सवालों से जूझना है। थेरेसा मे सोमवार को सांसदों के समक्ष अन्य वैकल्पिक ब्रेक्सिट समझौता पेश करेंगी।
लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन ने संसद में अविश्वास प्रस्ताव को पेश किया था। कोर्बिन ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले छह घंटे तक हुई बहस में थेरेसा को बताया कि यदि सरकार संसद के माध्यम से विधेयक को लागू नहीं कर सकती हैं तो उन्हें नए जनादेश के लिए दोबारा जनता के बीच जाना होगा। कोर्बिन ने थेरेसा को जॉम्बी सरकार का नेता बताते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री नियंत्रण खो चुकी हैं और सरकार शासन करने की क्षमता खो चुकी हैं।’ कोर्बिन ने कहा कि पिछले प्रधानमत्री ने समान स्थिति में पद से इस्तीफा दे दिया था। थेरेसा ने अपने संबोधन में कहा कि दोबारा आम चुनाव ब्रिटेन के लिए सबसे खराब स्थिति होगी।