नई दिल्ली (एजेंसी). आज यानी 26 दिसंबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) है. ये पूर्ण सूर्य ग्रहण नहीं है क्योंकि इस बार चंद्रमा, सूर्य को पूरी तरह ढक नहीं पाएगा और चारों तरफ एक रिंग दिखाई देगी. इसको रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire) नाम दिया गया है. ये ग्रहण धनु राशि और मूल नक्षत्र में होगा. बताया जा रहा है कि इस ग्रहण के कारण एक विशेष योग बन रहा है. इससे पहले साल में 6 जनवरी और 2 जुलाई को सूर्यग्रहण हुआ था.
यह भी पढ़ें :
सर्दियों में कैसे बनाये गाजर की खीर
जानकारी के मुताबिक 5 घंटे 36 मिनट तक दुनिया भर में सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा. सबसे पहले ग्रहण की शुरुआत भारतीय समय के मुताबिक सुबह सात बजकर 59 मिनट पर होगी लेकिन ये ग्रहण अरब सागर के बीच से ही दिखाई देगा. धरती पर ग्रहण की शुरुआत सऊदी अरब में होफूफ के पास होगी. लेकिन इस समय वहां सूर्योदय नहीं हुआ होगा.
यह भी पढ़ें :
फराह खान, रवीना टंडन, भारती सिंह के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने पर FIR दर्ज
दुनिया में ये सूर्य ग्रहण सबसे पहले भारत की धरती से दिखना शुरू होगा. भारतीय समय के मुताबिक दोपहर एक बजकर 35 मिनट पर सूर्य ग्रहण समाप्त होगा. इस वक्त ग्रहण उत्तरी प्रशांत महासागर के बीच से दिखाई देगा. भारत के अलावा ये पूर्वी यूरोप, उत्तरी-पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में भी देखा जा सकेगा.
यह भी पढ़ें :
मप्र : 10 रुपये किलो बिक रहा था चोरी हुआ प्याज, 2 गिरफ्तार
उपलब्ध जानकारी के मुताबिक सूर्य ग्रहण सुबह 9.24 से चंद्रमा सूर्य के किनारे को ढकना शुरू करेगा. जबकि ग्रहण का सूतक काल 25 दिसंबर रात 8 बजकर 17 मिनट से शुरू हो चुका है. सूतक लगने के बाद किसी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं.
यह भी पढ़ें :
दिल्ली : देर रात गोदाम में लगी भीषण आग, 40 लोग सुरक्षित बचाए गए
माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के समय सूर्य से कुछ हानिकारक किरणें निकलती हैं इसलिए लोगों को इस दौरान कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है. सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना सही नहीं माना जाता है. वैज्ञानिक भी इसे विकिरण से बचाने वाले सनग्लासेस पहनकर देखने की राय देते हैं. हालांकि कई वेबसाइटों पर आप इस सूर्यग्रहण को अपने स्मार्टगैजेट पर भी देख सकेंगे. अगला सूर्य ग्रहण भारत में 21 जून, 2020 को दिखाई देगा.
यह भी पढ़ें :