नई दिल्ली (एजेंसी)। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में राजनीतिक दलों पर पुलिस ने एक बार फिर लाठीचार्ज किया। पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज में दो नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 80 से ज्यादा लोग घायल हो गए। पीओके (PoK) में हुई इस रैली का आयोजन स्वतंत्र राजनीतिक पार्टियों के संगठन ऑल इंडीपेंडेंट पार्टीज अलायंस (एआईपीए) ने किया था। इस रैली का मकसद पीओके के लोगों को आजादी दिलाने की मांग करना था।
पाकिस्तान सेना ने 22 अक्टूबर 1947 को जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में जबरन घुसकर उस पर अपना कब्जा जमा लिया था। इस घुसपैठ की 72वीं वर्षगांव पर लेागों ने बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन किया। राजनीति पार्टी इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाते हैं। बताया जाता है कि मुजफ्फराबाद राजनीतिक दलों की रैली में लाठी बरसाने के बाद पुलिस ने यहां के प्रेस क्लब में छापा मारा। इस दौरान कई पत्रकारों को भी चोट पहुंची है। पत्रकारों का आरोप है कि उनको जानबूझ कर पीटा गया है और उनके कैमरे व अन्य उपकरणों को पुलिस ने तोड़ दिया है।