सत्ता का महासंग्राम 2019: नामांकन रद्द होने के बाद तेज बहादुर बोले – चुनाव न लड़ने के लिए भाजपा से मिला 50 करोड़ का ऑफर

वाराणसी (एजेंसी)। वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने को पर्चा भरने वाले तेज बहादुर यादव ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ने के बदले उन्हें 50 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने के बाद से ही भाजपा के कुछ नेता उनसे संपर्क में थे। तेज बहादुर यादव ने हालांकि किसी नेता का नाम नहीं बताया है। उनका कहना है कि भाजपा के लोगों से उन्हें जान का खतरा है। मालूम हो कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से बर्खास्त जवान तेज बहादुर का नामांकन बुधवार को रद्द किया जा चुका है। ऑफर देने वालों का नाम उन्होंने बताने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि नाम बताने पर उनकी हत्या कराई जा सकती है। नामांकन खारिज होने के बाद गुरुवार को वह पहली बार मीडिया के सामने आए थे। उन्होंने कहा कि उन्हें पहले से ही आशंका थी कि पर्चा खारिज कराने के लिए भाजपा सारे हथकंडे अपनाएगी, इसलिए ही उनके साथ शालिनी यादव ने भी सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया था।

गुरुवार को सपा प्रत्याशी शालिनी यादव ने तेज बहादुर को राखी बांधी। तेज बहादुर ने कहा कि वह पांच भाई हैं, लेकिन बहन नहीं थी। शालिनी के रूप में उन्हें बहन मिल गई है। बहन की जीत के लिए अपनी जान दांव पर लगा दूंगा। तेज बहादुर पीएम मोदी के खिलाफ शालिनी यादव के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। तेज ने कहा कि मैं वाराणसी की गलियों में पैदल घूम-घूमकर शालिनी यादव के समर्थन में मोदी जी के खिलाफ वोट मांगूंगा।

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