नई दिल्ली (एजेंसी). अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ ऐतिहासिक महाभियोग की प्रक्रिया के तहत बुधवार को डेमोक्रेट सांसदों ने शुरूआती दलीलें रखनी शुरू कीं। हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के प्रमुख एडम शिफ ने सीनेट में आकर कहा कि ट्रंप को सत्ता के गलत इस्तेमाल और कांग्रेस के काम में बाधा डालने के लिए पद से हटाया जाना चाहिए। डेमोक्रेट के पास इस मामले में अपना पक्ष मजबूत करने के लिए अगले तीन दिन में 24 घंटे का समय है और इसके बाद व्हाइट हाउस के वकील ट्रंप के बचाव में दलील देंगे। इससे पहले मंगलवार को अमेरिकी सीनेट में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई शुरू हुई थी। इस दौरान डेमोक्रेट और रिपब्लिकन सांसदों ने एक-दूसरे की ओर से आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे। इस दौरान गवाहों को लेकर सदन में सांसदों ने हंगामा भी किया। डेमोक्रेट सांसदों ने सीनेट के नेता मिच मैककोनेल पर आरोप लगाया था कि वह इस प्रक्रिया के लिए प्रस्तावित नियम लाकर मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। कार्यवाही के लिए रिपब्लिकन मैककोनेल ने कुछ बुनियादी नियम प्रस्तावित किए हैं।
ट्रायल की शुरुआत से ही सीनेट रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स कानून और अहम प्रक्रियात्मक मुद्दों पर बंटे नजर आए। सीनेट के डेमोक्रेटिक नेता चक स्कूमर ने तीन संशोधन पेश किए। सभी संशोधनों में व्हाइट हाउस, विदेश विभाग और वित्त व प्रबंधन कार्यालय से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया। सीनेट में इस पर मतदान हुआ कि ये संशोधन सदन के पटल में रखे जाएं या नहीं।
बता दें कि सत्ता के दुरुपयोग और संसद के काम में अवरोध पैदा करने के आरोप में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। यह कार्यवाही अब सीनेट में चल रही है। ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही सीनेट में चलाए जाने के पक्ष में 228 सांसदों ने जबकि विपक्ष में 193 सांसदों ने वोट दिए थे।