नई दिल्ली (एजेंसी)। जर्मनी में युद्ध के बाद के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा सीरियल किलर यहां के एक नर्स को माना जा रहा है। जिसने अपने 85 मरीजों की हत्या कर दी है। इस नर्स को गुरुवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। नील्स होएगेल नामक इस नर्स की करतूत को जज सेबेस्टियन बेहरमैन ने समझ से बाहर बताया है। 42 साल के होएगेल ने 2000 से 2005 के बीच में ये हत्याएं कीं। इससे पहले भी वह एक दशक जेल में रह चुका है। जिसमें उसे छह लोगों की हत्या करने के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
इस मामले में करीब 130 शवों का पोस्टमार्टम किया गया। अधिकारियों ने जर्मनी, पोलैंड और तुर्की से 130 शव बरामद किए हैं। हालांकि इन हत्याओं के पीछे का उद्देश्य पता नहीं चल पाया है। होगेल ने 43 लोगों को मारने की बात स्वीकार की है। उसने 52 अन्य को मारने की बात से मना नहीं किया है। हालांकि पांच लोगों को मारने की बात उसने नकारी है। पुलिस को संदेह है कि उसने 200 से अधिक लोगों की हत्या की है।
हालांकि कोर्ट अभी भी कुल कितनी हत्याएं हुई हैं, इसका पता नहीं लगा पाया है। ऐसा इसलिए क्योंकि कई पीड़ितों का अंतिम संस्कार पोस्टमार्टम से पहले ही हो गया था। बेहरमैन का कहना है कि होएगेल ने जितने लोगों की हत्या की है, उनकी संख्या कल्पना से परे है।
उन्होंने इस बात को लेकर अफसोस भी जताया कि कोर्ट कुछ पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं दे पाया। सुनवाई के आखिरी दिन होएगेल ने पीड़ितों के परिवारों से भयानक अपराध के लिए माफी मांगी है।
साल 2005 में होएगेल को मरीज को बिना किसी डॉक्टर की सलाह के गलत दवाई देते समय पकड़ लिया गया था। जिसके बाद उसे साल 2008 में मरीज की हत्या के आरोप में सात साल की सजा हुई। पीड़ित के परिवार के दबाव पर 2014-2015 के बीच मामले में दूसरा ट्रायल भी हुआ।
जिसके बाद होगएल एक मरीज की हत्या और पांच अन्य की हत्या की कोशिश का दोषी सिद्ध हुआ। उसे तब अधिकतम 15 साल की कैद हुई थी। जिसे जर्मनी में उम्रकैद माना जाता है।