लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में अपराधियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुये आठ पुलिसकर्मियों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि ‘जनपद कानपुर में ‘कर्तव्य पथ’ पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले 08 पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि. सीएम ने ट्वीट करते हुये लिखा कि शहीद पुलिसकर्मियों ने जिस अपरिमित साहस व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया, उत्तर प्रदेश उसे कभी भूलेगा नहीं. उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कानपुर की घटना पर यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट करते हुये लिखा कि यूपी में कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है. अपराधी बेखौफ हैं. प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा कि आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है. कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है. इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख़्त कार्रवाई करनी चाहिए. कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए.
बहुजम समाज पार्टी के मुखिया मायावती ने कानपुर की घटना दुख व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट किया कि कानपुर में शातिर अपराधियों द्वारा एक भिड़न्त में डिप्टी एसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौत व 7 अन्य के आज तड़के घायल होने की घटना अति-दुःखद, शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण. स्पष्ट है कि यूपी सरकार को खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में और भी अधिक चुस्त व दुरुस्त होने की जरूरत है. अपने ट्वीट में बसपा सुप्रीमो ने लिखा कि अपराधियों को किसी कीमत में न छोड़े. उन्होंने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिये चाहे सरकार को विशेष अभियान ही क्यों न चलाना पड़े.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर की घटना में शहीद हुये पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी. सपा मुखिया ने ट्वीट करते हुये लिखा कि कानपुर की दुखद घटना में पुलिस के 8 वीरों की शहादत को श्रद्धांजलि! उन्होंने ट्वीट के जरिये लिखा कि यूपी के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है.
अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए. अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुये ट्वीट किया कि यूपी की भाजपा सरकार अपनी पोलपट्टी खुलने के डर से आनन-फ़ानन में मुख्य अपराधी को न पकड़कर छोटी-मोटी मुठभेड़ दिखाने का नाटक करवा रही है. इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल और गिरेगा तथा पुलिस का आक्रोश भी बढ़ेगा. सरकार तुरंत मुआवज़ा घोषित करे व परिजनों को हर संभव संरक्षण दे. निंदनीय!