नई दिल्ली (एजेंसी). पाकिस्तानी कैनेडियन पत्रकार तारिक फतेह (Tarik Fateh) ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर के ट्वीट का समर्थन करते हुए कहा कि इसमें कोई शक नहीं पाकिस्तान (Pakistan) में हिंदुओं की बहुत बुरी हालत है. पाकिस्तान में हिंदुओं को अछूत समझा जाता है. अगर पाकिस्तान से भागकर हिंदू भारत (India) नहीं आएगा तो कहां जाएगा और अगर भारत सरकार उन्हें नागरिकता (Citizenship) देती है तो कौन सा गलत कर रही है. भारत के मुसलमानों (Indian Muslim) ने डिक्टेटरशिप अभी देखी नहीं है.
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उन्होंने कहा कि जामिया मिलिया इस्लामिया जैसी संस्था को बंद कर देना चाहिए. तभी सही मायने में सेकुलरिज्म होगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर ने हाल ही में एक ट्वीट किया था. ट्वीट में उन्होंने पाकिस्तान के तेज गेंदबाज दानिश कनेरिया का जिक्र किया. जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि दानिश कनेरिया के हिंदू होने की वजह से उसके साथ गलत व्यवहार होता था. कई पाकिस्तानी मुस्लिम क्रिकेटर उसके साथ बैठकर खाना खाना भी पसंद नहीं करते थे और ऐसे में अगर कोई पाकिस्तान में रह रहा हिंदू भारत आता है तो इसमें कुछ गलत नहीं है.
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इसी विषय पर बात करते हुए कनाडा में रह रहे पाकिस्तानी नागरिक तारिक फतेह ने बताया पाकिस्तान के लिए कोई नई बात नहीं है, हिंदुओं के साथ ऐसा ही होता है. पाकिस्तान में अगर कोई हिंदू घर में आ जाता है तो उसके लिए प्लेट अलग होती है. पाकिस्तान में मसीह समाज के लोगों के साथ भी हाथ नहीं मिलाते. वहां बहुत बुरी हालत है. उन्होंने कहा कि कराची जैसे शहरों में हिंदुओं को अछूत माना जाता है. ये अलग बात है कि सिंध के अंदर इतनी बुरी हालत नहीं है. तारिक फतेह ने शोएब अख्तर की तारीफ करते हुए कहा कि शोएब अख्तर ने बड़ी बहादुरी की बात कही है, उसे कहना भी चाहिए. दानिश कनेरिया कोई पहला नॉन मुस्लिम पाकिस्तानी क्रिकेटर नहीं है, जिसके साथ बदतमीजी हुई हो.
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पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार रहे यूसुफ योहाना ने 1998 में अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज किया था. यूसुफ योहाना पाकिस्तान की क्रिकेट टीम में गैर मुस्लिम खिलाड़ी के तौर पर जुड़े. वह ईसाई धर्म से थे, लेकिन 2004 में वह धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम बन गए और उन्होंने अपना नाम मोहम्मद यूसुफ रखा. एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने का यह वर्ल्ड रिकॉर्ड आजतक कायम है. मार्च 2010 में न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया दौरे पर शर्मनाक हार के बाद पीसीबी ने मोहम्मद यूसुफ को अनिश्चित समय के लिए क्रिकेट से बैन कर दिया था. पीसीबी ने युसूफ पर टीम में गुटबाजी करके मनोबल गिराने का आरोप लगाया गया. मोहम्मद यूसुफ ने इसके बाद रिटायर होने का फैसला किया.
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