कोरोना वायरस के चलते बढ़ गई वेंटीलेटर कि मांग
नई दिल्ली (एजेंसी). वेंटिलेटर (Ventilator) : चीन ने बुधवार को कहा कि वो कोरोना वायरस (Covid-19 In India) संकट के मद्देनज़र वेंटिलेटर की ज़रूरतें पूरी करने के लिए भारत की मदद करने को तैयार है. हालांकि, चीन ने यह भी कहा कि उसके यहां की कंपनियों को आयातित पुर्ज़ों के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें :-
CBSE में भी जनरल प्रमोशन 1-8 तक सभी बच्चे पास, 10th ,12th के लिए है ये निर्देश
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, अमरीका और भारत समेत कई देश कोरोना वायरस संकट के बीच वेंटिलेटर की ज़रूरतों को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं. चीनी वेंटिलेटर निर्माता कंपनियों ने कहा है कि आयातित पुर्ज़ों के बिना वेंटिलेटर का उत्पादन मुश्किल है.
यह भी पढ़ें :-
नया वित्तीय वर्ष : बदल गए ये 12 नियम, जान लें वरना हो सकता है नुकसान
वहीं, भारतीय मीडिया में यह रिपोर्ट किया जा चुका है कि भारत चीन समेत उन कई देशों की कंपनियों के संपर्क में हैं जो वेंटिलेटर और अन्य चिकित्सा उपकरणों की ज़रूरतें पूरी कर सकती हैं. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बुधवार को मीडिया से कहा था, “जैसा की हम जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय महामारी को मात दे रहे हैं. हम अपने अनुभव साझा करने और पूरी मदद देने के लिए तैयार हैं.”
यह भी पढ़ें :-
मौलाना साद ने किया मानवता के खिलाफ अपराध : आरिफ मोहम्मद खान
“असल में, दुनियाभर में वेंटिलेटर की बहुत मांग है. चीन भी महामारी फिर से न फैले इस संकट से जूझ रहा है. हालांकि, एक वेंटिलेटर बनाने में 1000 से अधिक पुर्ज़ें इस्तेमाल होते हैं जो दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से आते हैं. इन देशों में यूरोप और बाकी दुनिया के अन्य देश भी शामिल हैं.”
यह भी पढ़ें :-