न्यूयॉर्क (एजेंसी)। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ एफ-16 विमानों और एमराम मिसाइल इस्तेमाल किए जाने के मामले को बहुत करीब से देख रहा है। इससे पहले भारत ने अपने सैन्य प्रतिष्ठानों पर 27 फरवरी को हुए असफल हमले में अमेरिकी एफ-16 विमानों और एमराम मिसाइल का इस्तेमाल किए जाने के सबूत अमेरिका को सौंप दिए। अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता रॉबर्ट पैलाडिनो ने कहा, “हमने उन रिपोर्टों को देखा है और हम इस मामले को बहुत बारीकी से देख रहे हैं।”
पैलाडिनो ने कहा, “मैं किसी भी चीज की पुष्टि नहीं कर सकता। लेकिन नीतिगत तौर पर हम अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय समझौतों की सामग्री पर सार्वजनिक रूप से टिप्पणी नहीं करते हैं। इस मुद्दे में न तो अमेरिकी रक्षा प्रौद्योगिकियों और न ही संचार के बारे में कोई टिप्पणी कर सकते हैं।”
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारत इस बात को लेकर निश्चिंत है कि वाशिंगटन इस मामले की तह तक जाएगा कि पाकिस्तान ने इस अमेरिका निर्मित लड़ाकू विमान के साथ ही हवा से हवा में मार करने वाली एमराम मिसाइल का इस विमान से भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया है।
भारतीय वायुसेना ने 28 फरवरी को एमराम मिसाइल के अवशेषों को बतौर साक्ष्य प्रस्तुत किया था। इस दौरान बताया गया कि पाकिस्तान के पास एफ-16 के अलावा ऐसे कोई दूसरे लड़ाकू विमान नहीं हैं जो इस मिसाइल को दाग सकें।
पाकिस्तान पहले ही कह चुका है कि उसने भारत के खिलाफ हवाई हमले में एफ-16 विमानों का इस्तेमाल नहीं किया।