नई दिल्ली (एजेंसी)। ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने शुक्रवार को एलान किया कि वो अपने पद से इस्तीफा दे रही हैं। उन्होंने बेहद भावुक संबोधन में कहा कि वो अपने सांसदों को ब्रेक्जिट डील को लेकर सहमत करने में विफल रहीं जिसे देखते हुए वो कंजरवेटिव नेता के तौर पर अपना पद छोड़ रही हैं। हालांकि वह प्रधानंमत्री पद का कार्यभार तब तक संभालेंगी जब तक इसके लिए किसी नए नेता का चयन नहीं हो जाता। उन्होंने इस्तीफा देने के लिए 7 जून की तारीख चुनी है। ब्रिटिश संसद पहले तीन बार उनके प्रस्तावों को खारिज कर चुकी है। ब्रिटेन के ईयू से बाहर निकलने की मूल समयसीमा 29 मार्च ही थी, लेकिन टेरेसा मे ने इसके लिए और वक्त मांगा था।
टेरेसा मे ने ये बात भी स्वीकार की है कि उन्होंने ब्रिटेन को यूरोपियन यूनियन से अलग करने के समझौते के लिए सांसदों को मनाने की काफी कोशिश की लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाईं।
उन्होंने कहा, “मैं विश्वास करती हूं कि मुझे दृढ़ रहने का अधिकार है, यहां तक कि जब सफलताओं के खिलाफ बाधाएं हों। लेकिन अब मुझे ये सपष्ट हो गया है कि यह देश के लिए बेहतर होगा कि उन्हें एक नया प्रधानमंत्री मिले।”
टेरेसा मे के इस्तीफे ने ब्रिटेन के ब्रेक्जिट संकट को और गहरा कर दिया है। ब्रिटेन ने जिस समय यूरोपीय यूनियन से अलग होने के लिए मतदान किया था तब से करीब तीन साल का समय बीत चुका है। निर्धारित विदाई के दो महीने बाकी रह जाने के दौरान ये साफ नहीं पाया है कि कब और कैसे ब्रेक्जिट होगा।