नई दिल्ली(एजेंसी) : टेक्नालोजी के क्षेत्र में क़दम आगे बढ़ाते हुए चीनी कंपनी ने 20 लाख किलोमीटर तक चलने वाली बैटरी बनाने का दावा किया है. कंपनी का कहना है कि इस बैटरी की लाइफ 16 साल तक रहेगी. जबकि अभी तक कार बनाने वाली कंपनी 60 हज़ार से लेकर डेढ़ लाख किलोमीटर तक की ही वारंटी देते हैं जिसकी मुद्दत तीन से आठ साल तक ही होती है.
इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों के लिए बैटरी बनाने वाली कंपनी कंटेम्परेरी एम्पैक्स टेक्नालोजी (काटल) ने अभी ये नहीं बताया कि किस कार बनाने वाली कंपनी को वो अपना ये नुस्खा देगी. हालांकि खबर है कि चीनी कंपनी काटल अमेरीकी कंपनी टेस्ला के साथ मिलकर ये काम करेगी. चीनी कंपनी काटल के चेयरमैन ज़ैंग यूक़ैन ने बताया कि अगर किसी कार बनाने वाली कंपनी ने ये ऑर्डर दिया तो हम ये बैटरी बनाने के लिए तैयार हैं.
अपने बिजनेस के बारे में बताते हुए काटल के चेयरमैन ने कहा कि वो पहले सप्लाई की जाने वाली बैटरियों पर दस फीसद प्रीमीयम बढ़ाने के लिए तैयर थे. इस कंपनी ने अमेरिकी कंपनी टेस्ला के साथ इसी साल फरवरी में दो साल का करार किया है. काटल का बिजनेस टेस्ला के अलावा बीएमडब्ल्यू, डेम्लर, होंडा, ट्योटा, वोल्किस वैगन के अलावा वोलो के साथ है.
उधर अगर बाज़ार की बात की जाए कोरोना की वजह से कार बाज़ार में 26 फीसद की गिरावट देखने को मिली है. जानकारों का मानना है कि अगर ये तकनीक कामयाब रही तो इससे कार बाजार और उसकी क़ीमत पर फर्क़ पड़ेगा और कार मालिकों को अपनी कार को इलेक्ट्रॉनिक कार में बदलने का रास्ता आसान हो जाएगा.
एक रिपोर्ट के मुताबिक कई देश इलेक्ट्रॉनिक कारों की तरफ़ रूख कर रहे हैं. साल 2032 तक ब्रिटेन पेट्रोल और डीज़ल की गाड़ियों पर पाबंदी लगा सकता है. संडे टेलीग्राफ के मुताबिक ब्रिटेन सरकार इस क़दम को बढ़ावा देने के लिए लोगों को छह हज़ार फंड देने का योजना बना रही है.
चीनी कंपनी काटल यूरोप में अपने पैर पसार रही है. जर्मनी में काटल की एक फैक्ट्री बनने जा रही है और साल 2021 तक काटल का लीथीयम से चलने वाली बैटरी बनाने का टारगेट है