वाशिंगटन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के आयात पर शुल्क संबंधी चेतावनी को एक बार फिर दोहराया। ट्रंप ने कहा कि यदि चीन के साथ व्यापार वार्ता अमेरिका के अनुकूल नहीं होती है, तो वह शुल्क को वर्तमान 10 फीसद से बढ़ाकर 25 फीसद पर ले जा सकते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि चीन के बाकी सभी आयात पर भी शुल्क लगाया जा सकता है।
इस सप्ताह अर्जेंटीना में जी-20 सम्मेलन के दौरान ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अलग से मुलाकात होने के आसार हैं। दोनों नेताओं के बीच व्यापार संबंधी मुद्दे पर वार्ता हो सकती है। ट्रंप ने कहा कि यदि कोई समझौता नहीं हो पाता है, तो 267 अरब डॉलर के अतिरिक्त आयात पर भी 10 फीसद या 25 फीसद शुल्क लगा दिया जाएगा।
उधर, चीन के वाइस प्रीमियर लियु हे ने हैंबर्ग में एक आर्थिक सम्मेलन में कहा कि व्यापार में संरक्षणवादी और एकतरफा रवैया अपनाने से सिर्फ आर्थिक अनिश्चतता बढ़ती है। उन्होंने साथ ही कहा कि व्यापार युद्ध में कोई भी विजेता बनकर नहीं उभरता है।
इस बीच यूरोपीय संघ (ईयू) की व्यापार आयुक्त सेसिलिया मैमस्ट्रॉम ने कहा कि अमेरिका को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में सुधार पर वार्ता शुरू करनी चाहिए, ताकि संगठन में संकट न पैदा हो। ईयू ने सोमवार को डब्ल्यूटीओ विवाद निस्तारण व्यवस्था के सुधार के लिए एक प्रस्ताव प्रकाशित किया था। मैमस्ट्रॉम ने कहा कि ईयू और जापान ने अमेरिका के साथ त्रिपक्षीय वार्ता में इस विषय को पेश करने की कोशिश की है, जो सफल नहीं हो पाई है।(एजेंसी/न्यूज पोर्टल)