वाशिंगटन: अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. फ्लॉयड की मौत के जितने आरोपी पुलिस वाले हैं उनको कस्टडी में ले लिया गया है. उनमें से पहले ही एक पुलिस वाले के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था अब बाकी बचे पुलिस वालों पर भी कार्रवाई की गई है.
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अमेरिका के मिनियापोलिस में श्वेत पुलिस अधिकारी द्वारा अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की घुटने से गला दबाकर की गई हत्या के खिलाफ शुरू हुआ विरोध अब पूरी दुनिया में फैल गया है. सिडनी से लेकर पेरिस तक इस घटना के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. यूरोपीय संघ (ईयू) के शीर्ष राजनयिक ने कहा कि ईयू इस घटना से ‘स्तब्ध और हैरान’ है. वहीं ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े शहर में हजारों लोगों ने मार्च निकाला.
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फ्रांस की राजधानी पेरिस और देश के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुआ. फ्लॉयड की अमेरिका के मिनियापोलिस में पिछले हफ्ते उस समय मौत हो गई थी जब एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने उसके गले को अपने घुटने से तबतक दबाए रखा जबतक कि उसकी सांसे नहीं टूट गई. डेरेक चोविन नाम का श्वेत पुलिस अधिकारी जॉर्ज के गले पर अपने घुटनों के बल बैठा था और जॉर्ज बार-बार कह रहा था, “मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं.”
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यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने संगठन की ओर से अबतक सबसे तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ‘फ्लॉयड की मौत अधिकार के दुरुपयोग का नतीजा है. अमेरिका के लोगों की तरह हम भी फ्लॉयड की मौत से स्तब्ध और हैरान हैं.’
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जोसेप बोरेल ने कहा, यूरोपीय शांतिपूर्ण प्रदर्शन के अधिकार का समर्थन करते हैं और साथ ही किसी भी तरह की हिंसा और नस्लवाद का विरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि हम निश्चित तौर पर तनाव कम करने की अपील करते हैं. पूरी दुनिया में प्रदर्शनकारी फ्लॉयड की मौत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे अमेरिकियों के प्रति एकजुटता प्रकट कर रहे हैं.
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