नई दिल्ली(एजेंसी): उत्तर प्रदेश का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर और कानपुर में आठ पुलिस जवानों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को गुरुवार की सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उसके साथ उसके दो साथी भी गिरफ्तार किए गए हैं. लेकिन विकास की गिरफ्तारी पर विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर हो गया है. सामाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बाद अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी कई सवाल खड़े किए हैं.
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं. यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई. अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है.
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि खबर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया है. विकास दुबे को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो उज्जैन में महाकाल का दर्शन कर बाहर निकला था. विकास दुबे की तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही थीं. बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास ने चिल्ला-चिल्ला कर बाताया कि वो ‘विकास दुबे’ है. इसके बाद मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्डों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी.
मध्य प्रदेश पुलिस विकास दुबे को सीधा यूपी पुलिस को सौंपेगी. विकास को कोर्ट में पेश नहीं किया जाएगा. पहले उसे उज्जैन की कोर्ट में पेश किया जाना था. यूपी पुलिस विकास को लेने के लिए मध्य प्रदेश के लिए रवाना हो चुकी है.