नई दिल्ली (एजेंसी)। रूस में दुष्कर्म के आरोपी पिता को मारने के आरोप में अदालत ने तीन बहनों को 20 साल की सजा सुनाई है। अदालत के इस फैसले के बाद लोग सड़कों पर उतर आए हैं। करीब पांच हजार से ज्यादा लोगों ने सड़क पर आकर विरोध प्रदर्शन किया। बुधवार को तीनों बहनों क्रेस्टिना, एंजेलिना और मारिया को अदालत ने 20 साल की सजा दी तो उनकी रिहाई के लिए लोगों ने प्रदर्शन किया। पिता का नाम मिखाइल केचाट्यूरेन बताया जा रहा है।
बहनों ने अदालत को बताया था कि उनका पिता उनके साथ मारपीट करता था। साथ में दुष्कर्म भी करता था। बहनों ने बताया कि इसी से तंग आकर उन्होंने पिछले साल जुलाई में पिता की हत्या कर दी थी। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
इस हाई-प्रोफाइल मामले में जांचकर्ताओं ने गवाही दी थी कि बहनों को बार-बार प्रताड़ित किया गया, यौन शोषण किया गया और उनका दुष्कर्म किया गया। वकीलों ने हत्या को आत्मरक्षा में बदलने का दबाव अदालत पर बनाया था। मगर अदालत के इस फैसले ने उनके वकीलों और मानवाधिकार प्रचारकों को निराश कर दिया है।
उनके वकीलों ने बहनों को पीड़ित के रूप में अदालत में पेश किया और दावा किया था कि पिता एक अत्याचारी था जो अपनी बेटियों के खिलाफ क्रूर हिंसा का इस्तेमाल करता था। वकीलों ने कहा कि ये आत्मरक्षा का मामला है जिसके गवाह भी हैं।