बचपन में हुए रेप के दर्द से नहीं उबर पाई लड़की, सरकार ने दी इच्छामृत्यु की इजाज़त

नई दिल्ली (एजेंसी)। बचपन में हुए रेप के दर्द का सालों सामना करने वाली एक 17 साल की लड़की ने आखिरकार इच्छामृत्यु हासिल कर ली है। 11 साल की उम्र से ही उसे कई बार यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा था। 14 साल की उम्र में उसका कई बार रेप किया गया था।

नीदरलैंड के अर्नहेम की रहने वाली लड़की का नाम नोआ पोथओवेन है। रविवार को उसे अपने घर में क्लिनिकल बेड पर इच्छामृत्यु दी गई। ऐसे मामलों में सरकार की ओर से बनाई गई इच्छामृत्यु रिव्यू कमेटी की मंजूरी लेनी पड़ती है। कुछ खास स्थितियों में नीदरलैंड के कानून में इच्छामृत्यु की इजाजत दी गई है।

यौन हिंसा की शिकार लड़की पोस्ट ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर, डिप्रेशन और अरुचि की स्थिति से जूझ रही थी। कई बार लड़की को इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

आखिरकार डॉक्टरों ने भी स्वीकार किया कि लड़की असहनीय दर्द से गुजर रही है। लड़की ने अपने संघर्ष को Winning or Learning नाम की ऑटोबायोग्राफी में शेयर किया था। लड़की ने इच्छामृत्यु के अपने फैसले से पहले सोशल मीडिया पर बयान जारी किया था।

नोआ ने सोशल मीडिया पर लिखा था- ‘मैं इस पर काफी वक्त से विचार कर रही हूं कि मुझे इसे शेयर करना चाहिए या नहीं। लेकिन मैंने इसे साझा करने का फैसला किया है। मेरे हॉस्पिटल में भर्ती होने को देखते हुए, संभव है कि कई लोगों के लिए यह आश्चर्य जैसा हो। लेकिन काफी समय से मेरी योजना रही है और यह आवेग में नहीं है।’

लड़की ने आगे लिखा- ‘मैं सीधे मुद्दे पर आती हूं। अधिकतम 10 दिनों में मैं मर जाऊंगी। सालों लड़ने और संघर्ष करने के बाद मैं खाली हो चुकी हूं। मैंने कुछ वक्त से खाना और पीना छोड़ दिया है। और कई चर्चा और मूल्यांकन के बाद मैंने जाना तय किया है क्योंकि मैं असहनीय दर्द से गुजर रही हूं।’

पिछले साल दिसंबर में लड़की बिना पैरेंट्स को जानकारी दिए इच्छामृत्यु वाले क्लिनिक में चली गई थी। इसके बाद मां को लड़की के बेडरूम में क्लिनिक की ओर से परिवार को संबोधित पत्र मिला था। तभी उन्हें बेटी की योजना के बारे में पता चला।

लड़की को डिप्रेशन और अन्य बीमारियों के इलाज के लिए तीन यूथ केयर फैसिलिटी में भर्ती कराया गया था। बाद में करीब एक साल तक लड़की को ट्यूब के सहारे हॉस्पिटल में खाना दिया गया।

Related Articles