नई दिल्ली (एजेंसी)। एशिया के नोबेल कहे जाने वाले प्रतिष्ठित पुरस्कार रेमॉन मैग्सेस की घोषणा कर दी गई है। भारत से टीवी पत्रकार रवीश कुमार को इस सम्मान से नवाजा गया है। रवीश कुमार के साथ ही चार अन्य व्यक्तियों को भी रमन मैग्सेसे सम्मान से नवाजा गया है। इनमें म्यांमार से को स्वे विन, थाईलैंड से अंगखाना नीलापजित, फिलीपींस से रेमुंडो पुजांते केययाब और दक्षिण कोरिया से किम जोंग-की शामिल हैं। पांच अलग अलग कैटेगरी यह सम्मान दिया गया है।
रवीश कुमार को टीवी पत्रकारिता में उनके योगदान के लिए सम्मान मिला है, उन्हें ये पुरस्कार 9 सितंबर को फिलिपिंस में दिया जाएगा। साल 2018 में दो भारतीय को यह सम्मान मिला था, इनमें मनोचिकित्सक भारत वाटवानी और आर्थिक प्रगति के लिए विज्ञान और संस्कृति को रचनात्मक रूप से काम में लाकर लद्दाखी युवकों की जिंदगियां बदलने वाले सोनम वांगचुक शामिल थे।
रेमन मैग्सेसे पुरस्कार सालाना तौर पर दिया जाने वाला पुरस्कार है, जो फिलीपीन के पूर्व राष्ट्रपति रेमॉन मैग्सेसे की याद में दिया जाता है। यह पुरस्कार अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार ऐसे व्यक्तियों और संगठनों को दिया जाता है जो नस्ल, पंथ, राष्ट्रीयता और लिंग की परवाह किए बिना अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करते हैं। साल 1958 से दिए जाने वाले इस पुरस्कार को एशिया का नोबेल पुरस्कार भी कहा जाता है। मुख्त तौर पर यह पुरस्कार सरकारी सेवा, सार्वजनिक सेवा, सामुदायिक नेतृत्व, पत्रकारिता, साहित्य और रचनात्मक संचार कला और शांति और अंतर्राष्ट्रीय समझ जैसे क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर चुके व्यक्ति और संस्थाओं को दिया जाता है।
साल 1958 में विनोभा भावे ऐसे भारतीय थे जिन्हें पहली बार इस सम्मान से सम्मानित किया गया था। उन्य चर्चित नामों में मदर टेरेसा (1962), जयप्रकाश नारायण (1965), सत्यजीत रे (1967), चंदी प्रसाद भट्ट (1982), अरुण शौरी (1982), किरन बेदी (1994), अरविंद केजरीवाल (2006), पी साईनाथ (2007) जैसी शख्सियतें हैं जिन्हें रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।