नई दिल्ली (एजेंसी).अमेरिका (USA) और ईरान (Iran) में जंग की आशंका के बीच इराक में अमेरिकी सेना (US Army) के ठिकानों पर हमला हुआ है. अमेरिकी एयरबेस (US Airbase) पर ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइल से हमला बोला है. खबरों के मुताबिक दर्जन भर से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइल दागे गए हैं. पेंटागन का कहना है कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है. ये हमले अल-असद और इरबिल के दो सैन्य ठिकानों पर हुए हैं.
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इस बीच ईरानी मीडिया (Media) ने दावा किया है कि ईरानी मिसाइल हमले में 80 लोगों की मौत हुई है. इसमें 20 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं. यह दावा ईरानी मीडिया ने किया है.
बता दें, अल असद के जिस ठिकाने पर ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइल से हमला बोला है, वहां 2018 में डोनाल्ड ट्रंप गए थे. अमेरिका और ईरान के बीच तनातनी शुक्रवार को तेज हो गई थी, जब अमेरिका ने बगदाद में ड्रोन हमला कर ईरान के कुद्स कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था. इसके बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनातनी शुरू हुई थी. ईरान ने बदला लेने की धमकी दी है, जिस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कल ही कहा था कि इसके बुरे नतीजे होंगे.
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हालांकि हमले से पहले इराकी संसद (Iraq Parliament) में विदेशी सेना को लौटाने का प्रस्ताव पारित होने के बाद इस्लामिक स्टेट (IS) से लड़ रहे अमेरिकी अगुआई वाले अंतरराष्ट्रीय गठबंधन ने अपनी सेना को वापस भेजने की तैयारी शुरू कर दी. टास्क फोर्स इराक के कमांडिंग जनरल अमेरिकन मरीन कॉर्प्स के ब्रिगेडियर विलियम एच सीली ने एक पत्र में कहा, इराक गणराज्य की संप्रभुता की रक्षा के लिए और इराकी संसद और प्रधानमंत्री के आग्रह पर CJTF-OIR (ऑपरेशन इनहेरिटेंट रिजॉल्व के नाम से प्रसिद्ध गठबंधन सेना) आगामी आंदोलन की तैयारी के लिए अगले सप्ताहों और दिनों में दोबारा तैनात होगी.
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