नई दिल्ली(एजेंसी): आज शाम चार बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को ट्वीट कर पीएम मोदी के संबोधन की जानकारी दी थी. पीएम के संबोधन से पहले भारत सरकार ने चीन को सबक सिखाते हुए उसके 59 ऐप्स को देश में बैन किया है. वहीं मोदी के देश के संबोधन से पहले आज सुबह से भारतीय सरज़मीन पर चीन के साथ सीमा पर गतिरोध कम करने के लिए बातचीत भी जारी है. कोरोना काल में इससे पहले पांच बार पीएम मोदी देश को संबोधित कर चुके हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज से पहले तक कोरोना काल में पांच बार पीएम मोदी देश को संबोधित कर चुके हैं. इससे पहले उन्होंने 12 मई को राष्ट्र को संबोधित किया था. इसमें उन्होंने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था. वहीं इससे पहले के अपने संबोधनों में पीएम ने लॉकडाउन के लागू करने का ऐलान और उसके विस्तार पर चर्चा की थी. लेकिन इस बार पीएम मोदी का संबोधन कई मायनों में काफी महत्वपू्र्ण माना जा रहा है.
रविवार को प्रधानमंत्री ने अपने मासिक “मन की बात” संबोधन में चीन को करारा जवाब देने की बात कही थी. अपने इस संबोधन में भी मोदी ने कोरोना के खिलाफ लोगों को सावधानी बरतने को कहा था. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर देशवासियों को दो गज दूरी का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी थी.
देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेज़ी से इज़ाफा हो रहा है. अब तक साढ़े पांच से ज्यादा लोग इस महामारी से संक्रमित हो चुके हैं. वहीं लगभग 17 हजार लोगों की मौत हुई है. ऐसे में पीएम मोदी अपने संबोधन में देशवासियों को कोरोना को लेकर और ज्यादा गंभीरता बरतने की सलाह दे सकते हैं.
पीएम के संबोधन से पहले केंद्र सरकार ने 01 जुलाई से शुरू होने वाले अनलॉक के दूसरे फेज के लिए गाइडलाइंस जारी की हैं. ऐसे में पीएम मोदी अपने संबोधन में देशवासियों को नए दिशा निर्देश के बारे में विस्तार से समझा सकते हैं. इसमें कोई शक नहीं है कि पीएम के संबोधन का लोगों पर ज्यादा असर पड़ता है और लोग उनके द्वारा की गई बातों को लोग गंभीरता से समझते हैं.
03 जुलाई से एक बार फिर वंदे भारत अभियान के तहत दूसरे देशों में फंसे भारतीयों को देश वापस लाया जाएगा. ऐसे में पीएम इस मुद्दें पर भी बात कर सकते हैं. इसके साथ ही वह आत्म निर्भर भारत के अभियान के तहत कितने लोगों को रोजगार मिला और अब तक कितने लोगों को दूसरे देशों से वापस लाया गया, इसकी भी जानकारी दे सकते हैं.
अपने संबोधन में पीएम मोदी चीन के साथ सीमा विवाद पर भी लोगों को जानकारी दे सकते हैं. विपक्ष चीन के मुद्दें पर लगातार केंद्र सरकार पर जानकारी छिपाने का आरोप लगा रहा है, ऐसे में आज प्रधानमंत्री लोगों को चीन सीमा विवाद की पूरी जानकारी दे सकते हैं.
पीएम अपने संबोधन में रूस के साथ रक्षा सौदों पर भी बात कर सकते हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के रूसी दौरे के बाद सोमवार को रूस ने आश्वासन दिया है कि वो जल्द ही भारत के साथ किए गए रक्षा सौदे को पूरा करेगा.