नई दिल्ली (एजेंसी)। राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद जमीन विवाद में जल्द ही फैसला आने की उम्मीद है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई ने इस मामले पर 18 अक्टूबर तक बहस पूरी करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि सुनवाई के लिए अब एक दिन भी एक्स्ट्रा नहीं दिया जाएगा। सीजेई के मुताबिक अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर चार हफ्ते के अंदर कोई फैसला लेना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा। बता दें कि सीजेआई रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इम मामले में फैसला जल्द आएगा।
इस बीच आज अयोध्या मामले पर 32वें दिन की सुनवाई शुरू हो गई। मुस्लिम पक्षकारों ने इस हफ्ते एक घंटे अतिरिक्त सुनवाई की मांग की है।
शीर्ष अदालत ने न्यायमूर्ति कलीफुल्ला की अध्यक्षता वाली मध्यस्थता समिति की रिपोर्ट का संज्ञान लिया था। समिति ने करीब चार महीने फैजाबाद में अलग-अलग पक्षों से बातचीत की लेकिन इसका कोई सार्थक परिणाम नहीं निकला। इसके बाद ही न्यायालय ने छह अगस्त से इस मामले की रोजाना सुनवाई करने का फैसला किया। शीर्ष अदालत ने इस विवाद को सर्वमान्य समाधान के उद्देश्य से आठ मार्च को मध्यस्थता के लिए भेजा था और इसे आठ सप्ताह में अपनी कार्यवाही पूरी करनी थी। समिति को उम्मीद थी कि इस विवाद का समाधान निकल आएगा, इसलिए न्यायालय ने इसका कार्यकाल 15 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया था। शीर्ष अदालत ने समिति की 18 जुलाई तक की कार्यवाही की प्रगति के बारे में रिपोर्ट का अवलोकन किया और इसके बाद ही नियमित सुनवाई करने का फैसला किया।