Google सुन रहा आपकी प्राइवेट बातें, कंपनी ने खुद माना

नई दिल्ली (एजेंसी)। Google आपकी सारी बातें सुन रहा है। जी..हां यह हम नहीं कह रहे बल्कि भाषा वैज्ञानिकों ने यह खुलासा किया है। बैल्जियम के भाषा वैज्ञानिकों ने यूजर्स द्वारा बनाई रिकॉर्डिंग के स्निपिट्स की जांच के बाद ये खुलासा किया है। इस रिपोर्ट में कहा गया, “इन रिकॉर्डिग में हम पता और संवेदनशील जानकारी साफ सुन सकते हैं। इससे बातचीत में शामिल लोगों की पहचान करना और ऑडियो रिकॉर्डिग से उसका मिलान करना आसान हो गया है।”

गूगल ने माना है कि वह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस वॉयस असिस्टेंट गूगल असिस्टेंट के जरिये यूजर्स की बातचीत को बातचीत को रिकॉर्ड कर रहा है। पिछले दिनों गूगल असिस्टेंट की डच भाषा में कुछ रिकॉर्डिंग्स बेल्जियम के पब्लिक ब्रॉडकास्टर वीआरटी पर लीक हुई थीं। वीआरटी ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि इनमें से अधिकांश को जानबूझ कर रिकॉर्ड किया गया था, वहीं गूगल उन बातचीतों को भी सुनता है, जिनमें से कुछ में संवेदनशील जानकारियां और निजी वार्तालाप भी शामिल होते हैं।

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि केवल स्मार्टफोन में एक्टिव वॉयस असिस्टेंट ही नहीं बल्कि स्मार्ट होम स्पीकर्स और सिक्योरिटी कैमरों के जरिये भी आपकी रिकॉर्डिंग होती है। गूगल होम स्पीकर्स और कैमरा आपकी बातचीत को रिकॉर्ड करके क्लिप को सब-कॉन्ट्रैक्टर्स को भेज देते हैं, जो इन फाइल्स को ट्रांसक्राइब्स करके गूगल स्पीच रिकग्नाइजेश की परफॉरमेंस को इंप्रूव करने में इस्तेमाल करते हैं।

गूगल के सर्च के प्रोडक्ट मैनेजर डेविड मैनेसीज ने कंपनी की ब्लॉग पोस्ट के जरिये माना है कि दुनियाभर में मौजूद लैंग्वेज एक्सपर्ट्स इन रिकॉर्डिंग्स को सुन कर भाषाओं के बारे में गूगल की जानकारी बढ़ाने के लिये स्पीच टेक्नोलॉजी के विकास में मदद करते हैं। ये भाषा विशेषज्ञ इन क्लिप्स को सुनते हैं और गूगल की मदद करते हैं। स्पीच टेक्नोलॉजी पर काम करने वाले गूगल असिस्टेंट जैसे प्रोडक्ट्स को बनाने में इनका अहम योगदान होता है।

वीआरटी न्यूज ने दावा किया व्हिसिल ब्लोअर की मदद से गूगल असिस्टेंट के जरिये रिकॉर्ड की गई 1000 से ज्यादा क्लिप्स को सुना है, जिसमें अड्रेस समेत कई निजी जानकारियां शामिल थीं। वीआरटी के मुताबिक इन रिकॉर्डिग्स में लोग अश्लील कंटेंट खोज रहे हैं और पति-पत्नी के बीच लड़ाईयां में रिकॉर्ड हुई हैं, वहीं एक मामले में एक महिला मदद मांग रही है।

गूगल ने यह भी माना है कि वह केवल 0.2 फीसदी ही ऑडियो क्लिप्स को रिकॉर्ड करता है और उन्हें ट्रांसक्राइब करता है। कंपनी का कहना है कि ये सभी क्लिप्स यूजर्स के अकाउंट्स से जुड़ी हुई नहीं होती हैं और इनमें कोई निजी जानकारियां नहीं होती हैं। वहीं पोस्ट में गूगल ने यह भी दावा किया है कि प्राइवेसी को मेंटेन करने के लिये बैकग्राउंड में आ रही आवाजों को वह ट्रांसक्राइब नहीं करता है।

गौरतलब है कि अमेजन एलेक्सा पर पहले से ही बातचीत रिकॉर्ड करने का आरोप है और मैसाचुसेट्स की एक महिला ने 10 साल की लड़की की तरफ से एक केस दायर किया हुआ है, जिसमें एलेक्सा पर गैरकानूनी तरीके से लाखों बच्चों की आवाज रिकॉर्ड करने का आरोप है। कंपनी ने भी माना था कि वह स्मार्ट डिवाइसेज पर रिकॉर्ड स्टोर डाटा को हमेशा डिलिट नहीं करती है।

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