मेरठ (एजेंसी). उत्तर प्रदेश (UP) की मेरठ पुलिस (Police) ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि 20 मार्च को मेरठ में उपद्रवियों ने शहर को हिंसा की आग में झोंक दिया. इतना ही नहीं उपद्रवियों ने 30 पुलिसकर्मियों को एक दुकान में बंद कर जिंदा जलाने की कोशिश की. पुलिस की सूझबूझ और दिलेरी से इन पुलिसकर्मियों को बाहर निकाल लिया गया. मेरठ पुलिस ने मामले में 2 वीडियो जारी किए हैं.
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पुलिस के अनुसार इस दुकान में 30 पुलिसकर्मियों को आक्रोशित भीड़ ने कैद कर दिया था. जिसके बाद घर के बाहर आग लगा दी. पुलिस के अनुसार ये साजिश पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने की थी. पुलिस जांच में यह दो वीडियो सामने आए हैं जिसे मेरठ पुलिस ने जारी किया है. अब उन उपद्रवियों की तलाश की जा रही है, जिन्होंने इस करतूत को अंजाम दिया था.
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एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि ये घटना 20 दिसंबर को थाना लिसाड़ी गेट की है. जुमे की नमाज के लिए पुलिस और आरएएफ की ड्यूटी लगी थी. करीब 30 पुलिसकर्मी और आरएएफ के जवान एक दुकान में बैठे हुए थे. साजिश के तहत इस दुकान में उपद्रवियों ने बाहर से ताला लगा दिया और इस दुकान में आग लगा दी गई.
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इस घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी अजय साहनी अपनी फोर्स के साथ पहुंचे. इस पर उपद्रवियों की तरफ से फायरिंग की गई. इस घटना में आरएएफ के दो जवानों को गोली लग गई.आग से घिरे जवानों को काफी मुश्किल से बचाया जा सका. इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
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