नई दिल्ली(एजेंसी): ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन की बिक्री साल की पहली तिमाही में बढ़ गई. कोरोना वायरस संकट के बीच ज्यादा से ज्यादा लोगों के घर बैठे खरीदारी करने से उसकी बिक्री में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई. लेकिन लाखों लोगों को घर बैठे डिलीवरी देने से उसकी लागत बढ़ी है. इस वजह से उसका जनवरी-मार्च तिमाही का लाभ 29 प्रतिशत कम हो गया. कंपनी की आय वॉल स्ट्रीट के अनुमान से कम रही.
इसलिए बृहस्पतिवार को कंपनी के शेयर में करीब पांच प्रतिशत की गिरावट देखी गई. समीक्षावधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 2.54 अरब डॉलर रहा. पिछले साल इसी तिमाही में यह 3.56 अरब डॉलर था. हालांकि कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेफ बेजोस ने कहा कि कंपनी अभी और अधिक खर्च करेगी. बेजोस ने कहा कि कंपनी के दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में करीब 4 अरब डॉलर या उससे थोड़ा अधिक का व्यय करने की उम्मीद है.
यह राशि कर्मचारियों के ओवरटाइम (काम के घंटों से अतिरिक्त काम) के भुगतान, मास्क और अन्य सुरक्षा बंदोबस्त करने, अमेजन के गोदामों को कीटाणुमुक्त (सैनेटाइज) करने पर खर्च की जाएगी. कंपनी ने कहा कि अन्य पारंपरिक खुदरा कंपनियों के मुकाबले उसकी वित्तीय हालत बेहतर है. मैकीज, कोहल्स और गैप ने अपने स्टोर अस्थायी तौर पर बंद कर दिए हैं और इससे उनकी बिक्री को बहुत नुकसान हो रहा है.
उन्होंने अपने कर्मचारियों को वेतन देना बंद कर दिया है. अमेजन को सामान की त्वरित डिलीवरी के लिए जाना जाता है. लेकिन ऑर्डर की संख्या बढ़ने से इसमें आम तौर पर लगने वाला दो 2 का समय बढ़कर एक हफ्ता हो गया है. वहीं टॉयलेट पेपर और सैनेटाइजर जैसे कई उत्पादों का स्टॉक खत्म हो गया है. कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी ब्रायन ओलासावस्की ने कहा कि अभी वह नहीं बता सकते कि डिलीवरी प्रक्रिया कब सामान्य होगी. हालांकि कंपनी ने ऑर्डर की समय पर डिलीवरी के लिए 1,75,000 लोगों को नौकरी पर रखा है. साथ ही उन्हें हर घंटे के लिए दो डॉलर का अतिरिक्त भुगतान भी कर रही है.