नई दिल्ली (एजेंसी)। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ईरान के साथ चल रहे विवाद पर कहा है कि उन्होंने तनाव कम करने के लिए तेहरान से सीधे बातचीत की पेशकश की थी। लेकिन इसके लिए ईरान ने इजाजत नहीं दी। पोम्पियो ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ अमेरिका आ सकते हैं, उनके यहां आने से हम भयभीत नहीं हैं। बता दें बीते महीने ओमान की खाड़ी में दो तेल टैंकरों में विस्फोट और ईरान के अमेरिकी ड्रोन को मार गिराने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है।
पोम्पियो ने ट्वीट कर कहा, “हाल ही में मैंने तेहरान जाने और वहां की जनता से सीधे बात करने की पेशकश की थी। इस प्रस्ताव को ईरान ने मंजूरी नहीं दी।”
पोम्पियो ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अली खमनेई के प्रशासन द्वारा जो तथ्य बताए जा रहे हैं, उनमें सच्चाई नहीं है। वो मुझे अपना विचार क्यों नहीं बताते? क्या होगा जब उनके लोग सच्चाई जान जाएं। हमारे यहां बातचीत की खुली आजादी है।
अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के कारण खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन ने इस तनाव को देखते हुए संयुक्त कार्रवाई योजना (जेसीपीओए) के सभी सदस्यों की बैठक बुलाने का आह्वान किया था। इन देशों का कहना है कि अमेरिका के ईरान पर प्रतिबंध लगाने और ईरान द्वारा समझौते के प्रावधानों को तोड़ने की वजह से खतरा बढ़ रहा है।
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी का कहना है कि अगर अमेरिका सारे प्रतिबंध हटा देता है तो वह बातचीत के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि अमेरिका धमकी देना बंद करे और ईरान ने अब संयम छोड़कर जवाबी कार्रवाई की नीति को अपना लिया है। उनका कहना है कि परमाणु कार्यक्रम से जुड़े किसी भी कदम का सख्ती से जवाब दिया जाएगा।