नई दिल्ली (एजेंसी)। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को सीआरपीएफ के एक काफिले पर आतंकी हमले हुआ था। जिसमें 37 जवान शहीद हो गए थे। वहीं कई घायल हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस हमले की दुनियाभर में निंदा की जा रही है। वहीं देश के नागरिकों में भी काफी गुस्सा है। वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस हमले का माकूल जवाब पाकिस्तान को देने की मांग कर रहे हैं। वहीं शहीदों के परिवारवाले भी पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात कर रहे हैं।
इसी बीच पीएम मोदी ने अपने आवास 7 रेस कोर्स पर कैबिनेट की सुरक्षा संबंधी समिति की बैठक बुलाई है। जिसमें रक्षामंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गृहमंत्री और वित्तमंत्री शामिल होंगे। हमले के मद्देनजर पीएम मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज के अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है।
पीएम मोदी को आज मध्यप्रदेश के इटारसी में एक जनसभा को संबोधित करना था जिसे कि रदद कर दिया गया है। इसके अलावा पीएम को उत्तर प्रदेश के झांसी में कई परियोजनाओं का उद्घाटन करना था। शाह की बात करें तो उन्हें शुक्रवार को रायपुर के दौरे पर रवाना होना था। यहां विधानसभा चुनाव में भाजपा को करारी हार मिली थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्यॉरिटी की बैठक जारी है, जिसमें गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि एनएसए अजित डोभाल भी उपस्थित हैं। बताया जा रहा है कि इसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख भी शामिल हैं।
पुलवामा हमले के बाद करतापुर कॉरिडोर पर पाकिस्तान से बातचीत रद्द हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक मार्च में होनी वाली बातचीत अब नहीं होगी।
जम्मू में पूरी तरह से बाजार, दुकाने, पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद हैं। लोगों ने जम्मू मुख्य मार्ग बंद करके प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पाकिस्तान का पुतला फूंककर जमकर प्रदर्शन हो रहा है। भारी मात्रा में सड़कों पर सुरक्षाबल तैनात हैं।
इस फिदायीन हमले के बाद सुरक्षा प्रतिष्ठानों ने पूरी घाटी को हाई अलर्ट पर रख दिया है। सुरक्षा बंकरों और पुलिस स्टेशनों के सामने किसी भी वाहन को रुकने की अनुमति नहीं है। स्टाफ कर्मचारियों के अलावा हर आगंतुक की उच्च स्तर की जांच और तलाशी ली जा रही है।
पुलवामा आतंकवादी हमले की जांच में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के विशेषज्ञों और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के जांचकर्ताओं की टीम जम्मू-कश्मीर शुक्रवार को रवाना हो गई। हमले की जांच में ब्लैक कैट कमांडो बल एनएसजी के विस्फोटक विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।