कोरोना वायरस : पीपीई और N95 मास्क उत्पादन के मामले में भारत विश्व में दुसरे नंबर पर

भारत में जरुरत पूरी होने के बाद पीपीई और N95 मास्क के निर्यात पर विचार

नई दिल्ली (एजेंसी).  कोरोना वायरस (Covid-19 In India) के संक्रमण के चलते देश में जहां PPE Suit यानि Personal Protective Equipment और मास्क की कमी की शिकायतें मिल रही हैं. करीब करीब सभी राज्य सरकारें इसकी मांग कर रही हैं. अब इन दोनों ज़रूरी वस्तुओं के उत्पादन से जुड़ी बड़ी ख़बर आई है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ पीपीई और N95 Mask के उत्पादन के मामले में भारत दुनिया भर में दूसरे नम्बर पर पहुंच गया है. सूत्रों ने बताया कि 11 अप्रैल को भारत के घरेलू उत्पादकों ने 22000 से ज़्यादा पीपीई का उत्पादन किया. ये अबतक की एक दिन में उत्पादित होने वाली सबसे बड़ी संख्या है.

यह भी पढ़ें :-

छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला केंद्र सरकार के अनुसार : भूपेश बघेल

सरकार के एक अधिकारी ने इसे बड़ी उपलब्धि क़रार देते हुए बताया कि क़रीब 1 महीना पहले तक भारत में पीपीई का उत्पादन न के बराबर होता था. उसकी सबसे बड़ी वजह ये थी कि पीपीई के लिए इस्तेमाल होने वाला फैब्रिक भारत में पहले बनता नहीं था. हालांकि अधिकारी ने ये भी बताया कि फ़िलहाल महामारी की व्यापकता को देखते हुए आपातकालीन ज़रूरत को पूरा करने के लिए चीन से पीपीई और मास्क बनाने का फ़ैसला भी किया गया है. 15 अप्रैल के बाद पीपीई की पहली खेप भारत पहुंचने भी लगेगी.

यह भी पढ़ें :-

छत्तीसगढ़ : कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में वृद्धि अब तक 31, 10 ठीक हुए, 21 का इलाज जारी

सरकार के सूत्रों ने बताया कि अगले कुछ दिनों में पीपीई और मास्क बनाने की क्षमता दोगुनी हो जाने की संभावना है. फ़िलहाल देश की 40 कम्पनियों ने पीपीई का उत्पादन शुरू किया है. सूत्रों के मुताबिक़ आयात और घरेलू उत्पादन मिलाकर देश की आवश्यकताओं के हिसाब से दोनों वस्तुओं की कमी पूरी हो जाने की संभावना है जिसके बाद सरकार इनका निर्यात करने पर भी विचार कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक़ कोरोना जैसी बीमारी से लड़ने के लिए भारत दुनिया को सहयोग करने की लगातार कोशिश करता रहेगा.

यह भी पढ़ें :-

छत्तीसगढ़ : जगदलपुर में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज मानकर शासन का मॉक ड्रिल

(Demo Photo)

Related Articles