नारायणी नमोस्तुते
ज्योतिषाचार्य डॉ.दत्तात्रेय होस्केरे
रायपुर (अविरल समाचार). चैत्र नवरात्र (Chaitr Navratra) : बुधवार 25 तारीख कों चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा है याने इसी दिन से नवरात्री (Navratri) प्रारम्भ हो रही है| हस्त नक्षत्र में ब्रह्म योग की युति में प्रारम्भ हो रही नवरात्री में पंचमी, षष्ठी, सप्तमी और अष्टमी को क्रमश: प्रीति,आयुष्मान,सौभाग्य और शोभन जैसे शुभ योग पड़ रहें हैं, जो की पिछले कई वर्षों में नही पड़े| यह नवरात्री पूरे नौ दिनों की है|
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माँ आदि शक्ति चुंकि प्रकृति स्वरूपा भी हैं, अत: प्राचीन काल से ही प्रकृति जनित बाधाओं से भी भयभीत होकर मनुष्य ने माँ की आराधना की है। प्रत्येक युग में शक्ति स्वरूपा नारी, परिवार और समाज का केन्द्र रही है। यदि प्रत्येक युग में रक्षा का कारक पुरुष रहा है तो ,शोशित रहते हुए भी एक पुरुष को जन्म देकर समाज की सुरक्षा को सुनिश्चित करने का कार्य भी नारी ने ही किया है।
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*घट स्थापन मुहुर्त*
वृषभ लग्न में : प्रात: 8.47 बजे से 10.46 बजे तक|
सिंह लग्न में : दोपहर 3.14 बजे से 5.24 बजे तक|
वृश्चिक लग्न में: रात्रि 9.46 बजे से 12.01 बजे तक
बुधवार होने के कारण अभिजित मुहूर्त नहीं|