नई दिल्ली (एजेंसी). पूरी दुनिया के लिए संकट बन चुके कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने 22 मार्च रविवार को सुबह सात बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करने की अपील की. साथ ही 60-65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की भी अपील की है.
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गुरुवार को पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं. ये समर्थन है जनता-कर्फ्यू. जनता कर्फ्यू यानी जनता के लिए, जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू होगा. इस रविवार यानी 22 मार्च की सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता-कर्फ्यू का पालन करना है. 22 मार्च को हमारा ये प्रयास हमारे आत्मसंयम और देशहित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक प्रतीक होगा. 22 मार्च को जनता-कर्फ्यू की सफलता और इसके अनुभव हमें आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार करेंगे.’
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पीएम मोदी ने जनता से कहा, ‘ये कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है, ये देखने और परखने का भी समय है. आपके इन प्रयासों के बीच जनता-कर्फ्यू के दिन यानी 22 मार्च को मैं आपसे एक और सहयोग चाहता हूं. संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम 10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताए. ये जनता कर्फ्यू एक प्रकार से हमारे लिए और भारत के लिए एक कसौटी की तरह होगा.’
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इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना वायरस से जूझ रहे लोगों की मदद में लगे डॉक्टरों, नर्सों और मीडिया कर्मियों का आभार जताने की भी अपील की. पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, ‘पूरे देश के स्थानीय प्रशासन से भी मेरा आग्रह है कि 22 मार्च को 5 बजे सायरन की आवाज से इसकी सूचना लोगों तक पहुंचाएं. सेवा परमो धर्म के हमारे संस्कारों को मानने वाले ऐसे देशवासियों के लिए हमें पूरी श्रद्धा के साथ अपने भाव व्यक्त करने होंगे.’
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पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि 22 मार्च यानी रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें. रविवार को ठीक 5 बजे हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर, बालकनी व खिड़कियों के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें.’
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