फ़्रांस से कार्टून वॉच ने की अंतरराष्ट्रीय सम्मान की शुरुआत

पेरिस (एजेंसी)। कार्टून वॉच पत्रिका अब तक राष्ट्रीय स्तर पर ही जीवन गौरव सम्मान प्रदान करती थी। विगत 15 वर्षों से यह सम्मान कार्टून के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कार्टूनिस्टों को दिया जाता है। 29 सितम्बर 2019 को फ़्रान्स के शहर लिमोज़ में विगत 38 साल से किए जा रहे आयोजन में अंतरराष्ट्रीय सम्मान की शुरुआत की गई। कार्टून वॉच के सम्पादक त्र्यम्बक शर्मा ने बताया कि विश्व भर के कार्टूनिस्ट इस आयोजन में भाग लेते हैं और लगातार 8 दिन चलने वाले इस वृहद आयोजन को बहुत आत्मीयता से किया जाता है।

सेंट जस्ट लि मार्टेल नाम की जगह पर यह कार्यक्रम किया जाता है। यह ऐसी जगह है जहाँ गाँव जैसी हरियाली और शांति है साथ ही शहर जैसी आधुनिकता भी। यहाँ के लोग बाहर से आने वाले कार्टूनिस्ट को अपने घर में आतिथ्य भाव से रुकवाते हैं। इसके लिए वे आपस में चर्चा कर लेते हैं या फिर लाटरी की तरह नाम निर्धारित करते हैं। आयोजन स्थल पर लंच डिनर चाय काफ़ी और वाइन की व्यवस्था की जाती है. यहाँ के स्कूली बच्चे खाने की व्यवस्था सम्हालते हैं। आज जब भारत में बैठक के खिलाना समाप्त होता जा रहा है वहीं ये बच्चे टेबल कुर्सी में बैठे अतिथियों को दौड़ दौड़ कर भोजन परोस रहे होते हैं। वे ही प्लेट उठाते हैं और जगह साफ़ भी करते हैं। यहाँ वेटर नहीं होते. इस कार्यक्रम की शुरुआत यहाँ के मेअर रह चुके कार्टून प्रेमी स्वर्गीय जेराअल्ड ने की थी।


कार्टून वॉच ने इस बार परदे के पीछे रहकर काम कर रहे ऐसे लोगों से सम्मान की शुरुआत की जो कार्टूनिस्ट ना होकर भी शिद्दत के साथ यह आयोजन कर रहे हैं।

इस मौक़े पर नवरात्रि के पहले दिन सबसे पहले दो महिलाओं को और फिर तीन पुरुष को कार्टून वॉच का लाइफ़ टाइम अवार्ड प्रदान किया गया। कार्यक्रम को त्र्यम्बक शर्मा अंग्रेज़ी में संचालित कर रहे थे और उसका फ़्रेंच भाषा में अनुवाद निकोलस ने किया। यहाँ प्रदान किए गए सम्मान पत्र में भी अंग्रेज़ी और फ़्रेंच भाषा का प्रयोग किया गया। शर्मा ने इस अवसर पर घोषणा की कि भविष्य में विभिन्न देशों के कार्टूनिस्ट को कार्टून वॉच का यह सम्मान प्रदान किया जाएगा, जिसके चयन के लिए कार्टूनिंग ग्लोबल फ़ोरम के सदस्य अपने सुझाव देंगे। इस अवसर पर कोरिने विलजर, क्रिस्टीन गीओट, गाई हेंनेकुइन, फ़िलिप हैनेरी और सबआस्टिन पीडेकेरफ को सम्मानित किया गया। सभी ने अपने सम्बोधन में भारत से आए छत्तीसगढ़ की कार्टून पत्रिका के प्रति आभार व्यक्त किया और आगामी वर्ष से इसे करने की सहमति प्रदान की। इस मौक़े पर मुंबई से अरुण इनामदार, इंग्लैंड से स्टीव बेल, जर्मनी से, ईरान से, फ़्रान्स के अलग-अलग हिस्सों से, अमेरिका से और अन्य कई देशों के कार्टूनिस्ट उपस्थित थे।

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