श्रीनगर (एजेंसी)। जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर बनिहाल में सीआरपीएफ काफिले के पास शनिवार को धमाका हुआ था। यह हमले की साजिश पुलवामा के तर्ज पर ही रची गई थी। धमाके में कार के बुरी तरह परखच्चे उड़ गए थे। हमले को लेकर पुलिस ने रामबाण से ओवैस अहमद मलिक को गिरफ्तार कर लिया था। ओवैस अहमद मलिक ने कैमरे के सामने स्वीकार किया है कि उसे फोन पर धमाके करने का आदेश दिया गया था।
एएनआई के वीडियो में ओवैस अहमद मलिक ने कहा है कि संबंधित व्यक्ति के बारे में वह अधिक नहीं जानता। उसे बस फोन पर बताया गया था कि कार लेकर जाओ और सीआरपीएफ की टुकड़ी को टारगेट करके कार में मौजूद स्विच दबा दो।
ओवैस अहमद मलिक ने कहा कि जब वह धमाके के लिए कार लेकर जा रहा था तब वह अकेला ही था। उसने कार से ही स्विच को ऑन किया। इसके बाद धमाका भी हुआ। लेकिन वह कार से सुरक्षित निकल गया।
रामबाण से गिरफ्तारी के बाद ओवैस अहमद मलिक को जम्मू ले जाया गया था। ओवैस शोपियां का रहने वाला है। पहले वह जैश से जुड़ा हुआ था, लेकिन बाद में हिज्बुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया।
कहा जा रहा है कि इस बार भी पुलवामा अटैक की तरह घटना की प्लानिंग की गई, लेकिन कार में कोई आरडीएक्स नहीं था। घटना के बाद जांच के लिए एनआईए की टीम जवाहर टनल के पास पहुंची।