नई दिल्ली(एजेंसी): कल 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर तिरंगा फहराएंगे. स्वतंत्रता दिवस पर हर साल की तरह दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और ट्रैफिक नियमों में बदलाव किया गया है. लाल किले पर तो सुरक्षा के खास इंतजाम किए ही गए हैं और इसके चप्पे-चप्पे पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. कोरोना काल को देखते हुए सुरक्षा के इंतजामों में भी सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरा पालन किया जा रहा है.
लाल किले के आसपास चारों तरफ एक सिक्योरिटी रिंग बनाया गया है और इस सुरक्षा घेरे के तहत लाल किले में और इसके परिक्षेत्र में 300 के करीब कैमरा लगाए गए हैं. लाल किले के सिक्योरिटी रिंग में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड के स्नाइपर्स को तो तैनात किया ही गया है, इसके अलावा स्वात कमांडोज और काइट कैचर्स की भी तैनाती की गई है.
दिल्ली में और लाल किले के आसपास करीब चार हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है और ये इलाके के हर कोने पर कड़ी नजर रखेंगे. इनकी अभेद्य सुरक्षा के दम पर दिल्ली स्वतंत्रता दिवस के आयोजनों को सफलतापूर्वक बिना परेशानी के संपन्न करने के लिए विश्वस्त है.
15 अगस्त की सुबह 6 बजकर 45 मिनट से लेकर 8 बजकर 45 मिनट तक यानी पूरे दो घंटे के लिए लालकिले के पास से गुजरने वाले सड़क पर आवाजाही बंद होगी. इसके अलावा लाल किले के पास पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली रेलवे स्टेशनों के साथ-साथ इनके रेलवे ट्रैक पर भी सुरक्षा इंतजाम कड़े रखे गए हैं.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कल के लिए जो एडवाइजरी की गई है उसमें लोहिया रोड से लेकर नेताजी सुभाष मार्ग एसपी मुखर्जी मार्ग और चांदनी चौक रोड के साथ ही निषाद राज मार्ग और इसका लिंक रोड जो नेताजी सुभाष मार्ग तक जाता है को सुबह 4 बजे से लेकर सुबह 10 बजे तक के लिए बंद रखा गया है. इसके साथ ही राजघाट से आईएसबीटी रिंग रोड को भी इस दौरान बंद रखा जाएगा. आईएसबीटी से आईपी प्लाईओवर आउटर रिंग रोड सुबह के 4 बजे से लेकर 10 बजे तक के लिए बंद रहेंगे.
आसमान के जरिए भी सुरक्षा व्यवस्था में कोई खलल न पड़े इसके लिए निगरानी की जा रही है. ड्रोन से निगरानी से लेकर इस बात पर कड़ी नजर रखी जा रही है कि लाल किले के आसपास कोई पतंग न उड़ाए और इसके जरिए किसी तरह की परेशानी न खड़ी की जा सके.
इस तरह 74वें स्वतंत्रता दिवस के लिए राजधानी दिल्ली पूरी तरह तैयार है और इस कोरोना संकटकाल में भी देश के स्वतंत्रता समारोह में किसी तरह का विघ्न न पड़े इसके लिए सुरक्षाकर्मी पूरी तरह मुस्तैद हैं. इस बार समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों की संख्या 800 से घटाकर 100-125-150 तक कर दी गई है.