राजस्थान: सीएम गहलोत बोले- एक बुरा सपना था जो बीत गया, पूरा परिवार एकजुट, मिलकर चलेंगे

जयपुर: राजस्थान की राजनीति में पिछले दिनों मचे सियासी घमासान को एक बुरा सपना करार देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि पार्टी विधायकों को अब तक हुई बातों को भूलकर मिलकर चलना है. उन्होंने साथ ही कहा कि कांग्रेस विधानसभा में विश्वास मत लाकर बताएगी कि उसकी ताकत क्या है.

गहलोत बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री निवास में हुई विधायक दल की बैठक को संबोधित कर रहे थे. बैठक में हाल ही में बगावती रुख अख्तियार करने वाले सचिन पायलट व 18 अन्य विधायक भी मौजूद थे.

गहलोत ने कहा, ‘हमें गर्व है हम उस पार्टी के सिपाही हैं जिस पार्टी का त्याग, बलिदान, कुर्बानी का इतिहास रहा है. इसलिए मैं कहना चाहूँगा कि जो बातें हुई हैं, इन सबको भूलना है. हमें बड़ा दिल रखना है, मिलकर चलना है.’

पार्टी आलाकमान के हस्तक्षेप के बाद बागी विधायकों के बैठक में आने का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा,‘‘आज मान लीजिये हमारे कुछ साथी नहीं आते, फ्लोर टेस्ट होता, सरकार बच जाती मान लो … ईमानदारी की बात ये है कि हमारे दिल में वो खुशी नहीं होती, सरकार बचती, हम काम करते. हमारे हमारे ही होते हैं, पराए पराए ही होते हैं.’’

गहलोत ने बागी नेताओं से संवाद का बड़प्पन दिखाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी की सराहना की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर किसी को उनसे शिकायत है तो वे उसे दूर करने की कोशिश करेंगे. गहलोत ने कहा,’हम लोग सब एकजुट हैं, किसी को शिकायत मुझसे हो सकती है तो मैं कोशिश करूंगा दूर करने की, किसी की शिकायत मंत्री से हो सकती है… मंत्री दूर करेंगे.’

गहलोत ने कहा कि हमारा लक्ष्य है डेमोक्रेसी बचाना. उन्होंने विधायकों से कहा’ आप लोग डेमोक्रेसी वॉरियर के रूप में काम करो, विधानसभा में एकजुट रहना है आप लोगों को, छक्के छुड़ाने हैं विपक्ष के, विश्वास का मत हम खुद लेकर आएंगे और बता देंगे कि कांग्रेस की ताकत क्या है. इस रूप में हम सभी को एकजुटता दिखानी है.’

गहलोत ने कहा, ”हमें विधानसभा में ये बताना है कि कांग्रेस की एकजुटता को कोई हिला नहीं सकता. और ये समझ लीजिये कि एक बुरा सपना आया था और चला गया. आज पूरा परिवार एकजुट है. आपस में मनमुटाव होने नहीं चाहिए. बातचीत करो आपस में, और मुझसे कोई मिलना चाहे कभी भी, कोई दिक्कत नहीं है, गिले-शिकवे हम दूर करेंगे. हम चाहेंगे कि हमारी कांग्रेस पार्टी जिसको हम मां कहते हैं उस पर कोई आंच नहीं आए. ये हमारी जिंदगी की ख्वाहिश होनी चाहिए.”

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