नई दिल्ली (एजेंसी)। दुनियाभर में पर्यावरण पर मंडरा रहे खतरे को रोकने के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। आए दिन नेता और कार्यकर्ता भी पर्यावरण की रक्षा के लिए अपील करते हुए नजर आते हैं। अब सेशेल्स के राष्ट्रपति इस मुद्दे को लेकर चर्चा में हैं। यहां राष्ट्रपति डैनी फॉरे ने दुनिया से समुद्र को बचाने की अपील की है। उन्होंने ये अपील किसी समारोह या फिर सोशल मीडिया के दौरान नहीं, बल्कि पनडुब्बी में बैठकर की है। उन्होंने पनडुब्बी में बैठकर ग्लोबल वार्मिंग से होने वाले खतरों से लोगों को आगाह करते हुए कहा कि कई द्वीपों पर आने वाले दिनों में संकट खड़ा हो सकता है। फॉरे दुनिया के पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने इस तरह से भाषण दिया है।
ब्रिटेन के अगुआई वाले एक वैज्ञानिक अभियान के दौरान फॉरे ने भाषण देते हुए कहा, “यह हमारा सबसे बड़ा मुद्दा है। इसके हल के लिए हम अगली पीढ़ी का इंतजार कर सकते हैं। हम कोई भी कार्रवाई ना करने और समय से भाग रहे हैं। हमारे पास समुद्री सतह के बजाय मंगल ग्रह का बेहतर नक्शा है।”
सतह से 121 मीटर गहराई में पनडुब्बी में बैठकर भाषण देते हुए फॉरे ने कहा, “मैं समुद्र में हैरान करने वाला जीवन देख रहा हूं। इसे संरक्षित किए जाने की जरूरत है। पारिस्थितकी तंत्र को नुकसान पहुंचाने का खामियाजा सदियों तक भुगतना होगा। हमने सालों से खुद ही समस्याएं पैदा की हैं। अब इन्हें सुलझाना होगा।”
वर्तमान में महासागरों का केवल 5 फीसदी हिस्सा संरक्षित है। लेकिन कई देशों ने 2020 तक इस क्षेत्र को 10 फीसदी तक बढ़ाने पर सहमति जताई है। वहीं विशेषज्ञों और पर्यावरणविदों का मानना है कि दशों की क्षेत्रीय सीमा के पास स्थित 30 से 50 फीसदी महासागरों में समुद्री जैव विविधता को सुनिश्चित करना चाहिए।
बता दें सेशेल्स 115 द्वीप वाला हिंद महासागर में स्थित एक द्वीप समूह है। जिसकी राजधानी विक्टोरिया है। इस देश की आबादी 95 हजार है, जो किसी अफ्रीकी देश में सबसे कम है। इस देश के पश्चिम में जंजीबार, दक्षिण में मॉरीशस और रीयूनियन, दक्षिण पश्चिम में कोमोरोस द्वीप और उत्तर पूर्व में मालदीव स्थित है।