नई दिल्ली(एजेंसी): देश इस वक्त कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है. केंद्र सरकार से लेकर सभी राज्य सरकारें इसे रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रही हैं. इस बीच आपके चैनल एबीपी न्यूज़ ने ‘e-शिखर सम्मेलन’ आयोजित किया है. इस दौरान कोरोना वायरस और इसके रोकथाम को लेकर जारी लॉकडाउन व सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी ली जाएगी. ‘e-शिखर सम्मेलन’ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सवालों के जवाब दिए. सीएम योगी ने कहा कि तब्लीगी जमात के लोगों ने संक्रमण के मामले छिपाए जिसकी वजह से यह तेजी से फैला. यूपी में 1650 में से एक हजार से ज्यादा केस जमात से जुड़े हुए हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ”निजामुद्दीन मरकज में जो तब्लीगी गए उनके द्वारा यह जानने के बाद भी कि विदेश से आए तब्लीगी कोरोना पॉजिटिव हैं, यह छुपाने का काम किया गया. किसी को बीमारी हो गई, कोई बात नहीं उसका इलाज किया जाएगा. लेकिन आप इसे छिपाकर उससे संक्रमण फैलाने का का काम करें तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुझे यह कहते हुए संकोच नहीं है कि तब्लीगी के इस रवैये के कारण संक्रमण तेजी से फैला. उत्तर प्रदेश में बड़ी तादात में पुलिस ने जमात के लोगों को पकड़ा और क्वॉरन्टीन करवाया.”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ”मई दिवस पर अपने सभी कामगारों और श्रमिक वर्ग को बधाई देता हूं. प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में पूरा देश कोरोना के खिलाफ जिस लड़ाई को लड़ रहा है. इसमें सभी तबकों का ध्यान रखने के साथ ही इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का काम हो रहा है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा गरीबों के लिए हो चुकी है. उत्तर प्रदेश में मंत्रि समूह का गठन करने के साथ ही अन्य कार्यों को आगे बढ़ाने का काम किया गया है. निर्माण कार्य में लगे कामगारों के लिए, प्रतिदिन कमाने वालों के लिए भरण पोषण के लिए भत्ते की व्यवस्था की गई है. हमने मनरेगा के मजदूरों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है.”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि ”हम 30 लाख श्रमिकों के भरण पोषण की व्यवस्था करा चुके हैं. 18 करोड़ परिवारों को खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया है. आज दूसरी बार 30 लाख मजदूरों के खाते में भत्ता देना का काम किया जाएगा.” सीएम योगी ने कहा कि ”कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी है. राजस्थान के कोटा, प्रयागराज में फंसे छात्रों को सफलतापूर्वक उनके घर पहुंचाया गया. मध्य प्रदेश और राजस्थान से श्रमिकों को निकालने का काम चल रहा है.”
सीएम योगी ने कहा कि ”इन सभी का मेडिकल चेकअप, क्वॉरन्टीन में भेजने का काम किया जाएगा. इसी तरह गुजरात और उत्तरखंड में फंसे श्रमिकों को भी वापस लाने का काम किया जाएगा. जिनमें कोई लक्षण नहीं हैं, उन्हें हम तुरंत लेने को तैयार हैं. मेरी मजदूरों से अपील है कि पैदन ना चलें, जहां वहीं रहें. मैं आश्वासन देता हूं कि उन्हें कोई तकलीफ नहीं होगी.” यूपी के सीएम ने कहा, ”10 लाख लोगों के शेल्टर रुम में रहने और क्वॉरन्टीन करने की व्यवस्था सरकार ने की है. जो दूसरे राज्यों से आएंगे उन्हें वहां रखा जाएगा.”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ”जो भी मजदूर हैं वो हमारे हैं, उनके हितों को संरक्षण देना हमारा काम है, वो उत्तर प्रदेश में हो या बाहर. मैं प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने गरीब कल्याण पैकेज देने के साथ ही मजदूरों की वापसी का विस्तृत प्लान बनाया है. उत्तर प्रदेश में रहने वाले 26 लाख कामगार दूसरे राज्यों के हैं, इनको देने की सभी प्रकार की सुरक्षा देने का काम हमारी सरकार कर रही है. सभी राज्य समन्वय के साथ काम कर रहे हैं.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि ”जो भी मजदूर और श्रमिक दूसरे राज्यों से आएगा उसकी सभी जानकारी ली जाएगी. इन सभी की मैपिंग की जाएगी. इसी के आधार पर इन्हें रोजगार देने का काम भी किया जाएगा. हमने अबतक 15 लाख लोगों को रोजगार देने का काम किया है. पहले चरण में 6 लाख मजदूर वापस आ चुके हैं. मजदूरों को वापस आने के बाद उन्हें रोजगार से जोड़ने का काम किया जाएगा. उन्हें उनकी स्किल के हिसाब से रोजगार देने का काम किया जाएगा.”