बेंगलुरू: कर्नाटक सरकार की अनोखी पहल के तहत अब बेंगलुरू में 96 फीवर क्लीनिक बनाए गए हैं जो फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस होंगे. यानी क्लिनिक्स कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्धों के लिए प्रथम संपर्क बिंदु होंगे. बेंगलूरु में 60 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 36 निजी अस्पतालों में फीवर क्लिनिक शुरू किए जा चुके हैं. जरूरत के अनुसार इन क्लिनिकों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
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कर्नाटक की सरकार ने बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत व गले में खराश की शिकायत वाले लोगों से फीवर क्लिनिकों में जांच कराने की अपील की है. हर फीवर क्लिनिक में कोविड-19 रैपिड रेस्पॉन्स टीम (सीआरआर) को तैनात किया गया है. हर टीम में एक डॉक्टर, दो नर्स व एक स्वास्थ्य सेवा कार्यकता शामिल हैं. हर दिन सुबह नौ से शाम पांच बजे तक ये क्लिनिक खुले रहते हैं. बुखार और अन्य लक्षण के आधार पर लोगों को वर्गीकृत किया जाएगा.
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दरअसल सरकार का यह कदम इसलिए सामने आया है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से लोग कोरोनावायरस के डर के मारे बुखार और खांसी को लेकर भी Covid 19 एक्सक्लूसिव अस्पतालों में जाने लगे थे जिसके कारण वहां आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही थी. लेकिन इन फीवर क्लीनिक खोलने के बाद अब लोगों के लिए पहला संपर्क यही क्लीनिक रहेंगे. जिसमें संदिग्ध लोगों को आगे की जांच के लिए स्वाब संग्रह केंद्र भेजा जाएगा. रिपोर्ट आने तक संदिग्ध को अलग निगरानी में रखा जाएगा. इन क्लिनिक में जांच नि:शुल्क है. स्वाब जांच के लिए पैसे नहीं लिए जाएंगे.
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सरकार द्वारा लिए गए इस कदम के बाद कोविड-19 एक्सक्लूसिव अस्पतालों में मरीजों की संख्या में काफी कमी आ गई है. अब वहीं लोग वहां पहुंच रहे हैं जिन पर कोरोनावायरस के सिम्टम्स दिख रहे हों.
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