बैंकों के बाद अब होगा बीमा कंपनियों का विलय, मोदी सरकार ने दिए संकेत

तीन सरकारी सामान्य बीमा कंपनियों का हो सकता हैं विलय

यह भी पढ़ें :

महाराष्ट्र का महाभारत : दिसंबर तक बन जायेगी सरकार, दिल्ली किसी के बाप की नहीं : संजय राउत

नई दिल्ली (एजेंसी). कई बैंकों के विलय के बाद अब बीमा कंपनियों (Insurance Company) का विलय हो सकता हैं. मोदी सरकार तीन सरकारी सामान्य बीमा कंपनियों के विलय की दिशा में आगे बढ़ रही है. इन कंपिनयों की आर्थिक सेहत को देखते हुए विलय का फैसला लिया है. विलय के बाद इन कंपनियों की हालत सुधर सकती हैं. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि बीते बजट के दौरान घोषणा के बाद अब सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को लेकर गंभीर है.

यह भी पढ़ें :

एनएमडीसी का क्षेत्रीय मुख्यालय बस्तर में स्थापित करें केंद्र : भूपेश बघेल

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, विलय होने वाली प्रस्तावित कंपनियां- नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, युनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और ओरिएंटल इंश्योरेंस लिमिटेड हैं. ये कंपनियां अपनी कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण आगे बढ़ने में अक्षम हैं, इसलिए इनके विलय का फैसला लिया गया है. अधिकारी ने बताया, ‘कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए इन पीएसयू ने सरकार से आर्थिक मदद मांगी थी, उनकी वर्तमान बैलेंस शीट के अनुसार, उन्हें तत्काल पुर्नपूजीकरण की जरूरत है.

सूत्रों ने बताया, हालांकि 2019-20 के बजट में बीमा कंपनियों के लिए वित्तीय मदद का कोई प्रावधान नहीं किया गया था, इसलिए वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) को इस काम के लिए 12,000 करोड़ रुपये की अनुपूरक वित्तीय सहायता लेनी होगी.

यह भी पढ़ें :

बदरीनाथ धाम के कपाट भी आज हुए बंद

Related Articles

Comments are closed.