बाढ़ से निपटने के लिए देशभर में NDRF की 90 से ज्यादा टीमें तैनात, कोरोना काल में सैनिटाइजेशन पर खास ध्यान

नई दिल्ली(एजेंसी): देश में कोरोना महामारी के बीच बाढ़ और बारिश ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया है. कोरोना के दौरान बर्षा जनित घटनाओं ने प्रशासन के सामने दोहरी चुनौती खड़ी कर दी है. इन सब समस्याओं से निपटने के लिए एनडीआरएफ ने देश भर में बाढ़ राहत कार्यों के लिए 90 से अधिक टीमों को तैनात किया है. कोरोना की वजह से यह टीमें जान और माल की सुरक्षा के साथ-साथ सैनिटाइजेशन का भी विशेष ध्यान रख रही हैं.

बता दें कि कोरोना वायरस के बीच असम में सैलाब के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है. हालांकि यहां कुछ जिलों में बाढ़ का पानी कम हुआ है. शुक्रवार को यहां एक और व्यक्ति की मौत हो गई. आंकड़ों के मुताबिक 20 जिलों के 13.3 लाख लोगों के प्रभावित होने की बात सामने आई है. गुरुवार को 22 जिले बाढ़ के कारण प्रभावित थे. अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ और भूस्खलन में कुल 59 लोगों की मौत हुई है. राज्य सरकार के बुलेटिन में पूर्वी असम वन्यजीव मंडल के डीएफओ के हवाले से कहा गया है कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ की वजह से 41 पशुओं की भी मौत हुई है.

इस बीच, मुंबई में भारी बारिश हुई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रुक-रुक कर मध्यम से भारी बारिश का अनुमान जताया है. उसने आज भी बेहद भारी बारिश का भी अंदेशा व्यक्त किया है. पुलिस ने बताया कि महाराष्ट्र के लातूर जिले की उडगीर तहसील में बारिश के पानी से भरी झील में दो लड़के डूब गए. दोनों की उम्र 12 साल थी.

बिहार में बिजली गिरने से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई. राज्य में पिछले एक हफ्ते में बिजली गिरने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. आपदा प्रबंधन विभाग के सूत्रों ने बताया कि बिजली गिरने की ये घटना पांच जिलों में हुई है. समस्तीपुर में सबसे ज्यादा तीन लोगों की मौत हुई जबकि लखीसराय में दो की और गया, बांका और जमुई जिलों में एक-एक की मौत हुई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनहानि पर अफसोस जताते हुए प्रत्येक मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया.

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