नई दिल्ली(एजेंसी): उत्तर प्रदेश में महाराज गंज के पास भारत-नेपाल सीमा पर चीन की चादर की छाव में नेपाल के सैनिक तैनात हैं. चीन से बढ़ती इन्ही नजदीकियों के बीच नेपाल भारत को तेवर दिखा रहा है. नेपाल से बढ़ती नजदीकियां ही भारत और नेपाल के बीच सीमा विवाद की जड़ हैं. भारत नेपाल के बीच उत्तराखण्ड से लगी लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा भारतीय सीमा पर नेपाल विवाद कर रहा है.
उत्तराखंड में इस सीमा विवाद का असर भारत और नेपाल की दूसरी सीमाओं पर भी देखने को मिल रहा है. महाराजगंज के नेपाल से लगने वाले बॉर्डर पर भारत से नेपाल जाने वाले ट्रक खड़े हैं, क्योंकि हमेशा खुली रहने वाली भारत-नेपाल की सीमा अभी बंद है. लेकिन नेपाल की ‘जनता समाजवादी पार्टी’ के रूपनदेही से विधायक संतोष पांडे को उम्मीद है कि संबंध सुधरेंगे.
महाराजगंज से लगने वाली नेपाल की सीमा पर सुरक्षा सख्त है. नेपाल पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस सीमा पर मुस्तैद हैं. नेपाल की तरफ से सशस्त्र प्रहरी दल की टुकड़ियां 200-200 मीटर की दूरी पर लगाई गई हैं. चीन की चादर की छाव में नेपाल के सशस्त्र प्रहरी दल की टुकड़ियों की सख्त निगरानी और गश्त से नेपाल की मंशा पर सवाल है.
भारत और नेपाल की कुल सीमा 1751 किलोमीटर लंबी है. इसमें उत्तर प्रदेश से नेपाल का 560 किलोमीटर एरिया लगता है. इसके अलावा उत्तराखण्ड से 263 किलोमीटर, बिहार से 729 किलोमीटर, पश्चिम बंगाल से 100 किलोमीटर और सिक्किम से 99 किलोमीटर की सीमा नेपाल से लगती है.