वॉशिंगटन: कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा कहर दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका में बरपाया है. पूरी दुनिया के करीब एक तिहाई कोरोना मरीज अमेरिका में ही हैं. यहां दस लाख से ज्यादा लोग कोरोना से प्रभावित हो चुके हैं. पिछले 24 घंटे में 25,409 नए मामले सामने आए हैं और 2,470 नए लोगों की मौत हुई है. न्यूयॉर्क, न्यूजर्सी, कैलिफॉर्निया में सबसे ज्यादा मामले देखने को मिल रहे हैं.
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बुधवार सुबह तक बढ़कर दस लाख 35 हजार 765 हो गई. वहीं कुल 59,266 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि एक लाख 42 हजार 238 लोग ठीक भी हुए हैं. अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 301,450 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 23,144 लोग मारे गए हैं. इसके बाद न्यू जर्सी में 113,856 कोरोना मरीजों में से 6,442 लोगों की मौत हुई. वहीं 40 हजार से अधिक मामलों वाले अन्य स्टेट्स में मैसाचुसेट्स, कैलिफोर्निया, इलिनोइस और पेंसिल्वेनिया शामिल हैं.
अमेरिका में विदेश मामलों पर यूएस हाउस कमेटी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की फंडिंग को रोकने वाले ट्रंप प्रशासन के निर्णय की जांच शुरू कर दी है. कमेटी के अध्यक्ष एलियट एंगेल ने इस बात की जानकारी दी. रिपोर्ट में कहा गया है कि विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को लिखे एक पत्र में डेमोक्रेटिक पार्टी के कांग्रेस सांसद ने फंडिंग रोकने के फैसले की निंदा की और मांग कर कहा कि निर्णय से जुड़े अन्य रिकॉर्ड और जानकारी विदेश विभाग उपलब्ध कराए.
एंगेल ने कहा कि भले ही डब्ल्यूएचओ अपूर्ण रहा हो, लेकिन संगठन ने दुनिया भर की सरकारों के बीच समन्वय की एक आवश्यक भूमिका निभाई और कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए इसे जल्दी से हेल्थ इमरजेंसी और महामारी घोषित किया.