वॉशिंगटन (एजेंसी)। इस्लामाबाद द्वारा अमेरिका से अपने नागरिक निर्वासन और वीजा लेने वालों को वापस लेने से इनकार करने के बाद अमेरिका ने पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगा दिए हैं, चेतावनी दी है कि वह अपने वरिष्ठ अधिकारियों से शुरू होने वाले पाकिस्तानियों के वीजा को वापस ले सकता है। बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही पाकिस्तान के प्रति अमेरिकी रुख काफी सख्त हो गया है। अमेरिका ने पाकिस्तान से जबरदस्त दबाव बनाया हुआ है। इस घटना को इसी क्रम में जोड़कर देखा जा रहा है।
पाकिस्तान को दुनिया के उन 10 राष्ट्रों की सूची में शामिल किया गया है, जिन पर अमेरिकी कानूनों के तहत प्रतिबंध लगाया गया है। इस कानून के अनुसार इन प्रतिबंधित राष्ट्रों के नागरिकों को वीजा से अधिक रहने या वीजा वापस लेने से इंकार करने पर अमेरिकी वीजा से वंचित किया जाएगा। पाकिस्तान और घाना को ट्रंप प्रशासन ने इस वर्ष इस सूची में शामिल किया है। इसके पूर्व वर्ष 2001 में गुयाना, 2016 में गाम्बिया, कंबोडिया, इरिट्रिया, गिनी और 2017 में बर्मा और लाओस शामिल हैं।
बता दें कि अमेरिका ने वर्ष 2018 में 38 हजार पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा देने से इंकार किया था। गत माह एक रिपोर्ट के मुताबिक काम और मिशनरी के लिए दिए जाने वाले वीजा को पांच साल से घटाकर एक साल कर दिया गया था। पत्रकारों के लिए वीजा की सीमा पांच साल से घटाकर तीन महीने कर दिया गया था। पाकिस्तान के वाणिज्य दूतावास की अधिसूचना के मुताबिक व्यापार, पर्यटन और छात्रों के लिए वीजा पांच साल की अवधि के लिए वैध रहेंगे।