नई दिल्ली (एजेंसी). वॉलमार्ट इंडिया ने अपने गुरुग्राम मुख्यालय से 50 शीर्ष अधिकारियों को नौकरी से बाहर निकाल दिया है. इसमें कई डिवीजन के वाइस प्रेसिडेंट तक शामिल हैं. कंपनी ने पिछले हफ्ते आयोजित टाउनहॉल में इसकी घोषणा की है.
ऐसा लग रहा है कि भारत में कंपनी के कारोबार की गाड़ी फंस गई है. खबर के अनुसार, वॉलमार्ट ने भारत में अपने कई नए स्टोर की विस्तार योजनाओं को भी रोक दिया है. कंपनी ने नए स्टोर खोलने के काम में लगे अपनी रियल एस्टेट टीम को भी भंग कर दिया है.
भारत में आए एक दशक से ज्यादा बीत जाने के बाद भी वॉलमार्ट इंडिया की बिक्री सुस्त है और मुनाफे पर भी संशय है. गौरतलब है कि साल 2007 में वॉलमार्ट ने भारती समूह के साथ साझेदारी कर भारत के होलसेल कारोबार में कदम रखा था. साल 2013 में वॉलमार्ट ने भारती की पूरी 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीद इस कारोबार को अकेले संभाल लिया था.
हालांकि कंपनी ने इस बारे में अभी इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी है कि उसने कितने कर्मचारियों को बाहर निकाला है या विस्तार योजनाओं को रोका गया है या नहीं. कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा है, ‘हम अपने सदस्यों की सेवा के लिए हमेशा नए-नए रास्तों की तलाश में रहते हैं. इसके लिए हमें अपने कॉरपोरेट ढांचे में समीक्षा करने की जरूरत होती है ताकि अपने सदस्यों की जरूरतें बेहतर तरीके से पूरा कर सकें.’