नई दिल्ली(एजेंसी): पूरे देश में आज से लॉकडाउन 3.0 की शुरूआत हो चुकी है. ये लॉकडाउन 17 मई तक बरकरार रहेगा. आज लॉकडाउन के पहले दिन से नोएडा प्रशासन ने भी धारा-144 को बढ़ाते हुए कुछ जरूरी हिदायतें जारी की हैं. उन हिदायतों में से एक आपके लिए आरोग्य सेतु ऐप का आपके स्मार्टफोन में डाउनलोड होना जरूरी करार दे दिया है.
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नोएडा में स्मार्टफोन यूजर्स के लिए आरोग्य सेतु ऐप लाजिमी करार दे दिया गया है. अगर आप ऐप नहीं रखते हैं तो इसका मतलब होगा आप कानून के उल्लंघन करने वालों में हैं. और लॉनकडाउन के उल्लंघन के जुर्म में आप के खिलाफ विधिक कार्रवाई होगी. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (कानून व्यवस्था) आशुतोष द्विवेदी ने बताया, “कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए केन्द्र सरकार ने बंद को 17 मई तक के लिए बढ़ा दिया है. गौतमबुद्ध नगर ‘रेड जोन’ में आता है और यहां संक्रमित क्षेत्र भी चिह्नित किए गए हैं. इस दौरान बंद के सारे नियमों का यहां पालन होगा.”
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गौरतलब है कि नोएडा, दिल्ली-एनसीआर में कोरोना वायरस के नए मामले तेजी से आ रहे हैं. सरकार ने गौतमबुद्ध नगर को भी रेड जोन में रखा है. रेड जोन में देश भर में प्रतिबंधित गतिविधियों के अलावा चुनिंदा गतिविधियां प्रतिबंधित होती हैं जैसे साइकिल रिक्शा, ऑटो रिक्शा चलाना, टैक्सी और कैब का परिचालन, बसों का जिलों के भीतर और अंतर जिला परिचालन, नाई की दुकानें, स्पा और सैलून. प्रशासन की गाइडलाइन के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान किसी भी तरह का आयोजन नहीं करना होगा. शादी में 50 और अंतिम संस्कार में 20 लोगों को ही शामिल होने की इजाजत मिलेगी. इन कार्यक्रमों में भी सामाजिक दूरी के नियम का पालन करना होगा.
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इस ऐप के जरिए हम यह जान सकते हैं कि हमारे आसपास कौन और कितने लोग कोरोना संक्रमित हैं. खास बात ये है कि अगर आरोग्य सेतु ऐप में ग्रीन जोन दिखाता है तो इसका सीधा मतलब है कि आप सेफ हैं. आपके इलाके में कोई भी शख्त कोरोना संक्रमित नहीं है. इसी तरह अगर आप ऑरेंज जोन में हैं तो आपके लिए खतरे की घंटी है और आपके आसपास कोरोना संक्रमित के मरीज हैं. अगर रेड जोन दिखाता है तो इसका मतलब है यहां रहना मुसीबत है. यहां न सिर्फ कोरोना संक्रमित हैं, बल्कि नए केस भी आ रहे हैं.
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