नई दिल्ली (एजेंसी). निर्भया (Nirbhaya) गैंगरेप मामले में चार दोषियों में शामिल मुकेश सिंह ने डेथ वॉरंट को निरस्त कराने के लिए दिल्ली (Delhi) हाई कोर्ट (High Court) में याचिका दायर की है. मुकेश की याचिका पर जस्टिस मनमोहन और जस्टिस संगीता ढींगरा सहगल की बेंच में सुनवाई शुरू हो गई है. वहीं, मुकेश ने राष्ट्रपति (President Of India) और दिल्ली के उपराज्यपाल के पास दया याचिका भी भेजी है.
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हाईकोर्ट में दायर इस याचिका में कहा गया है कि मुकेश ने उपराज्यपाल व राष्ट्रपति को दया याचिका भेजी है. इसलिए डेथ वारंट को रद्द किया जाए. इस वारंट के अमल पर रोक लगायी जाये. ऐसा नहीं होने पर याची के संवैधानिक अधिकार प्रभावित होंगे.याचिका में ये भी कहा गया है कि दोषी को दया याचिका दायर करने का अधिकार है. जब दया याचिका खारिज हो जाए तो कानून दोषी को सुप्रीम कोर्ट जाने की इजाजत देता है.
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हाईकोर्ट में सुनवाई के बीच निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, ‘दोषी जो चाहता है कर सकता है, लेकिन सबकुछ अब साफ हो चुका है. सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट सब जानते हैं. मुझे उम्मीद है कि मुकेश की ये याचिका भी हाईकोर्ट में खारिज हो जाएगी.
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वहीं, निर्भया के दोषी मुकेश ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और दिल्ली के एलजी अनिल बैजल को भेजी दया याचिका में अपने चाल-चलन और बर्ताव का हवाला दिया है. इसके पहले मंगलवार को ही दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में दोषी विनय शर्मा और मुकेश सिंह की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज हो गई थी.
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