राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ 6 घंटे तक नरेंद्र मोदी ने की चर्चा
नई दिल्ली (एजेंसी) भारत में कोरोना वायरस (Covid-19 In India) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने, लॉकडाउन से चरणबद्ध तरीके से बाहर निकलने और आर्थिक गतिविधियां तेज करने के उपायों पर आज मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये 6 घंटे तक चर्चा की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य सरकारों की तारीफ की.
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उन्होंने कहा, ”कोरोना वायरस महामारी से निपटने में भारत की सफलता को वैश्विक मान्यता मिली है. भारत सरकार इस संबंध में सभी राज्य सरकारों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करती है.” हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि ग्रामीण भारत इस संकट से मुक्त रहे. ”धीरे-धीरे देश के कई हिस्सों में आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं. आने वाले दिनों में ये काम और तेजी से होगा. हमें COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में अब और अधिक ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है.” पीएम मोदी ने कहा कि आगे के रास्ते और सामने आने वाली चुनौतियों को लेकर संतुलित रणनीति बनानी होगी और लागू करनी होगी.
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कोरोना संकट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की यह पांच बार मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत रही. मुख्यमंत्रियों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी मौजूद रहे.
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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत कई मुख्यमंत्री इस बैठक में शामिल हुए.
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गौरतलब है कि रविवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के साथ बैठक के दौरान राज्यों के मुख्य सचिवों ने उन्हें बताया था कि कोविड-19 से सुरक्षा जरूरी है, लेकिन साथ ही आर्थिक गतिविधियों को भी चरणबद्ध तरीके से बहाल करने की जरूरत है.
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प्रधानमंत्री द्वारा मुख्यमंत्रियों के साथ पिछली बार 27 अप्रैल को बातचीत किये जाने के बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है, जो 28,000 के आंकड़े से बढ़ कर करीब 67,000 पर पहुंच गई है. बैठक के कुछ दिनों बाद केंद्र सरकार ने लॉकडाउन की अवधि और दो हफ्तों के लिये 17 मई तक बढ़ा दी थी. हालांकि, आर्थिक गतिविधियों और लोगों की आवाजाही में कुछ छूट दी गई थी.
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राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च से लागू है. लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्त होने से कुछ ही दिन पहले यह बैठक हो रही है. दूसरा चरण तीन मई को समाप्त हुआ था, जबकि पहला चरण 14 अप्रैल को समाप्त हुआ था.
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