मुंबई: कोरोना संक्रमित होने वाले देश से भारत लौटे भारतीय मूल के यात्रियों की निगरानी के लिए अब महाराष्ट्र सरकार मोबाइल से ट्रैकिंग करेगी. पुलिस की मदद से संदिग्धों की लोकेशन चेक की जाएगी. लोगों का सार्वजनिक स्थानों पर पाए जाने की लगातार मिल रही जानकारी के बाद प्रशासन ने ये निर्णय लिया है. मुंबई में इस काम के लिए बीएमसी प्रशासन मुंबई पुलिस की मदद लेगा.
गुरुवार को ही राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने जानकारी दी थी कि आइसोलेशन और क्वारंटाइन सेंटर को बिना अनुमति छोड़ने या भागने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. अनिल देशमुख ने बताया कि कोरोना के मरीजों की स्वास्थ्य केंद्रों से भागने की लगातार खबरें आ रही हैं. यह ना केवल उनके लिए बल्कि अन्य नागरिकों के लिए भी खतरनाक है. पुलिस दल को गृह मंत्रालय ने ऐसे लोगों के खिलाफ एपीडेमिक डिजीज एक्ट के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
चीन सहित कई देशों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए निगम की स्वास्थ्य प्रणाली कई उपाय कर रही है. नगरपालिका, राज्य सरकार और मुंबई हवाईअड्डा प्रशासन के डॉक्टरों द्वारा विदेशों से यात्रियों की थर्मल स्क्रिनिंग की जा रही है. कोरोना संदिग्धों जिनके पास ‘ए’ श्रेणी के लक्षण हैं, उन्हें इलाज के लिए कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. जबकि वरिष्ठ नागरिकों और ‘बी’ श्रेणी की अन्य बीमारियों वाले लोगों को घरेलू संगरोध में रखा जा रहा है. जो भी व्यक्ति इस आदेश का पालन नहीं करेगा उसे पकड़कर गिरफ्तार किया जाएगा.
कोरोना प्रभावित देशों के यात्रियों को नगर पालिका के निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जा रहा है. बीएमसी पुलिस की मदद से ट्रैकिंग करके सेंटर से बाहर जाने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी. एयरपोर्ट पर यात्रियों की जांच की जा रही है. इसलिए उनका मोबाइल नंबर, पता जैसी सभी जानकारी ली जा रही है. इस सूचना के आधार पर यात्रियों पर नजर रखी जा रही है.