एलोवेरा से ईको-फ्रेंडली बैटरी बनाने वाले भारतीय युवा हुए दुनिया के टॉप आठ स्टार्ट-अप्स में शामिल

नई दिल्ली (एजेंसी)। दुनियाभर में क्लाइमेट चेंज को लेकर चल रही बहस के बीच देश के दो युवाओं ने ऐसी बैटरी बनाई है, जो न केवल इको-फ्रैंडली है, बल्कि जहरीली भी नहीं है। इन युवाओं ने इस बैटरी में ऐसे पदार्थों का इस्तेमाल किया है, जो कि सौंदर्य प्रसाधनों और दवाइयों में इस्तेमाल किए जाते हैं। इन बैटरियों को बनाने वाले युवाओं के अविष्कार को दुनिया के टॉप आठ स्टार्टअप्स में शामिल किया गया है और अब इन्हें स्पेन आमंत्रित किया गया है। एलो ईसेल प्राइवेट लिमिटेड के को-फाउंडर निमिशा वर्मा और नवीन सुमन के स्टार्टअप को दुनिया के टॉप आठ स्टार्टअप्स में शामिल किया गया है। ये दोनों ही युवा राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके हैं। इन्होंने सौंदर्य उत्पादों और दवाओं में इस्तेमाल होने वाले एलोवेरा से बनी बैटरियां बनाई हैं, जो न केवल 100 फीसदी इको-फ्रैंडली हैं बल्कि नुकसानदायक भी नहीं हैं। वहीं ये बैटरियां गर्म होने पर फटती भी नहीं हैं।

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इन बैटरियों को घड़ियों, रिमोट, और खिलौनों में इस्तेमाल किया जा सकता है। खास बात यह है कि बैटरी में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रोलाइट प्राकृतिक तत्वों से बनाए गए हैं। इन्हें अक्टूबर में होने वाले ‘इनोवेशन समिट 2019’ बार्सिलोना में आमंत्रित किया गया है। इस इवेंट को जर्मनी की जानी-मानी कंपनी शिंडर इलेक्ट्रिक आयोजित करती है, जो 2015 से 2025 के बीच सस्टेनेबल डेवलेपमेंट पर काम कर रही है।

इस प्रतियोगिता में कई स्टार्टअप्स लिस्टेड हुए थे, जिसके बाद उनके स्टार्टअप को जगह मिली। हालांकि यह पहली बार नहीं है कि वे भारत का पहली बार प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, इससे पहले अमेरिका, संयुक्त अरब अमिरात, स्पेन, थाईलैंड में भी उनके स्टार्टअप को सराहना मिल चुकी है।

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